UP AQI Update: पहाड़ों पर बर्फबारी व दिल्ली-एनसीआर और पास की जगहों पर हुई बारिश के कारण शुक्रवार को मौसम तो बदला ही इसके साथ साथ एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी अच्छी गिरावट दर्ज की गई, शुक्रवार को AQI 150 से नीचे जा पहुंची. दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के जिलों में नोएडा (Noida), गाजियाबाद (Ghaziabad) व ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) जैसे अति प्रदूषित जिलों में एक्यूआई (AQI) लेवल काफी समय से बढ़ता ही जा रहा है था लेकिन शुक्रवार को हुई बारिश के कारण काफी दिनों के बाद मॉडरेट श्रेणी में इसे दर्ज किया गया. इसके बाद लोगों ने राहत भरी और साफ हवा में सांसें भरीं. मौसम विभाग की माने तो आज भी यानी शनिवार के दिन पश्चिमी यूपी के कुछ भागों में हल्की बारिश होने के आसार हैं बारिश के कारण सर्दी में बढ़ोतरी हो सकती है. 


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पिछले काफी समय से पंजाब, हरियाणा में पराली जलाने की वजह से दिल्ली एनसीआई और आसपास के इलाकों में प्रदूषण बढ़ने से हाल बुरा है. इन जगहों पर एक्यूआई लेवल 450 के पार दर्ज होने लगा था जोकि बेहद खतरनाक श्रेणी है. ऐसी स्थिति में लोगों को सांस लेने में मुश्किल और आंखों में जलन की शिकायत होने लगी थी. स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि स्कूलों तक को बंद करना पड़ रहा था. हालांकि बारिश के कारण प्रदूषण के स्तर में गिरावट आई है. 


150 के पार AQI लेवल
नोएडा में आज यानी शनिवार के दिन AQI लेवल 169 दर्ज हुआ और मॉडरेट श्रेणी में हवा की गुणवत्ता रही. गाजियाबाद में AQI 179 रहा. ग्रेटर नोएडा की हवा की बात करें तो प्रदूषण यहां पर बहुत कम हो चुका है. गुरुवार को जहां AQI 479 था,  शुक्रवार को बारिश होने के बाद AQI 137 पर आ चुका है. मौसम में ठंडक बढ़ने लगी है. 


बढ़ने लगी है सर्दी
मौसम विभाग की माने तो अगले 48 घंटों में मैक्सिमम टेंप्रेचर धीरे-धीरे 2-4 डिग्री सेल्सियस गिराने के आसार हैं. आने वाले दिनों में धीरे-धीरे सर्दी बढ़ने लगेगी. प्रदेश के तापमान में भी लगातार गिरावट आने लगेगी. यहां मैक्सिमम टेंप्रेचर 34 डिग्री से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच में दर्ज हुआ. मिनिमम टेंप्रेचर में भी लगातार गिरावट दर्ज किया जा रहा है. राजधानी लखनऊ की बात करें तो शुक्रवार को यहां पर मैक्सिमम टेंप्रेचर 31.0 दर्ज किया गया. न्यूनतम तापमान यहां पर 18 डिग्री सेल्सियस रहा.


उत्तराखंड का हाल
उत्तराखंड में भी मौसम का मिजाज बदल रहा है. लिहाजा बदलते मौसम को लेकर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कुमाऊं के सभी अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने उच्च हिमालय क्षेत्रों के आसपास जेसीबी तैनात करने को कहा है जिससे बर्फबारी के दौरान रोड कनेक्टिविटी को एकदम सुचारू कर दिया जाए क्योंकि उच्च हिमालय क्षेत्र में बर्फबारी के बाद कनेक्टिविटी बिल्कुल ठप हो जाती है. 


आधुनिक उपकरण खरीदने के निर्देश
इसके अलावा कमिशनर ने सभी जिला अधिकारियों को अवगत कराया है कि बिजली के पोल के आसपास जितने भी पेड है उनकी लॉपिग करा दी जाए जिससे बर्फबारी के अतिरिक्त भार से टहनियां टूट कर विद्युत आपूर्ति को प्रभावित न कर सकें, क्योंकि भारी बर्फबारी के द्वारा अक्सर देखा जाता है की बर्फ के भार से कई पेड़ या उनकी टहनियां बिजली के तारों पर गिर जाती है और बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है. SDRF के फंड से कुछ आधुनिक उपकरण खरीदने के निर्देश भी कुमाऊं कमिश्नर ने दिए हैं जिससे बर्फबारी के दौरान बर्फ को हटाया जा सके और सभी प्रकार की सुविधा जल्द से जल्द सुचारू की जा सके. पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी की आशंका को देखते हुए मेडिकल फैसिलिटी बढ़ाने को कहा गया है.


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