बिजनेसमैन की पहली पसंद बना यूपी, निवेश मित्र पोर्टल से जुड़े 10 नए विभाग, 166 नई ऑनलाइन सेवाएं
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस` (Ease of Doing Business) में 12 स्थानों की लंबी छलांग लगाने के बाद सरकार ने इसे प्रभावी बनाने और निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए सिंगल विंडो पोर्टल निवेश मित्र पर विभागों की संख्या बढ़ाकर 24 कर दी है, जो 166 सेवाएं ऑनलाइन मौजूद हैं. निवेश मित्र पोर्टल से 10 नए विभाग जुड़े.
पवन सेंगर/लखनऊ: उत्तर प्रदेश( Uttar Pradesh) को उद्यमियों की पहली पसंद बनाने के लिए प्रदेश की योगी सरकार हर कदम पर कामयाब नजर आ रही है. योगी सरकार ने राज्य के विकास के लिए 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' पर अपना फोकस बढ़ा दिया है.
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12 स्थानों की लंबी छलांग
पिछले सालों की तुलना में 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' (Ease of Doing Business) में 12 स्थानों की लंबी छलांग लगाने के बाद सरकार ने इस प्रणाली को अधिक प्रभावी बनाने और निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए सिंगल विंडो पोर्टल निवेश मित्र पर विभागों की संख्या बढ़ाकर 24 कर दी है, जो 166 सेवाएं ऑनलाइन मौजूद हैं. निवेश मित्र पोर्टल से 10 नए विभाग जुड़ गए हैं.
पोर्टल पर आए फीडबैक की हर महीने समीक्षा
अभी तक 14 विभाग पोर्टल से जुड़े हुए थे. साथ ही मुख्य सचिव की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं कि पोर्टल पर आए फीडबैक की हर महीने अपर मुख्य सचिव और सचिव स्तर पर समीक्षा की जाए. सरकार की ओर से उद्यमियों को दी जा रही सहूलियतों की बदौलत सैमसंग समेत कई बड़ी कंपनियां प्रदेश में अपने कदम जमा चुकी हैं.
उद्यमी अपने सुझाव और शिकायत कर सकते हैं दर्ज
उद्यमियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए इनवेस्ट यूपी द्वारा निवेश मित्र पोर्टल (UP Investment Mitra Portal) को और प्रभावी बनाने का काम शुरू हो गया है. पोर्टल से कृषि, रेशम समेत अन्य विभाग भी जुड़ गए हैं. पोर्टल पर विभागों के लिए एक डैशबोर्ड विकसित किया गया. इस पर उद्यमी अपने सुझाव और शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' के आधार पर प्रदेशों की रैंकिंग
असल में भारत सरकार की ओर से हर साल 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' के आधार पर प्रदेशों की रैंकिंग की जाती है. आवेदनकर्ताओं के फीडबैक के आधार पर इसका मूल्यांकन किया जाता है.
असंतुष्ट होने पर होगा मूल्यांकन
निवेश मित्र पोर्टल पर कोई उद्यमी किसी प्रकार से असंतुष्ट है तो उच्च स्तर पर उसके असंतुष्ट होने के कारणों का मूल्यांकन किया जाएगा. समस्या का समाधान होने के बाद इसकी जानकारी संबंधित आवेदनकर्ता को दी जाएगी. फीडबैक के आधार पर विभागीय प्रक्रिया में जरूरी बदलाव किया जाएगा. साथ ही किसी विभागीय अधिकारी और कर्मचारी की वजह से आवेदनकर्ता का मामला अटका है तो उस पर कार्रवाई किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं.
जारी किए गए निर्देश
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की ओर से अपर मुख्य सचिव और सचिव को निर्देश जारी किए गए हैं कि निवेश मित्र पोर्टल के डैश बोर्ड पर आवेदनकर्ता के आए सुझाव को डैशबोर्ड के जरिए से खुद ही समीक्षा करें. अपर मुख्य सचिव और सचिवों के उपयोग के लिए पासवर्ड और लॉगिन आईडी ईमेल पर उपलब्ध करा दी गई है.
बड़ी कंपनियों ने की निवेश मित्र पोर्टल की तारीफ
बता दें कि फरवरी 2018 से साल 2020 तक निवेश मित्र पर कुल 2,05,310 आवेदन किए गए हैं, जिसमें से 79 प्रतिशत की अनुमोदन दर से 1,63,130 स्वीकृतियां, आपत्तियां आदि प्रदान की गई हैं. हाल ही में पेप्सिको इंडिया, जुबिलेंट लाइफ साइंस, सैसंग, पार्ले एग्रो, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी अनेक बड़ी कम्पनियों द्वारा निवेश मित्र पोर्टल की प्रशंसा की गई है.
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