नई दिल्ली/लखनऊ: उत्तर प्रदेश में खनन घोटाले पर शिंकजा कसने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर शिकंजा कसने की तैयारी में है. शामली अवैध खनन मामले में ईडी ने सपा नेता और पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापित पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. खबर है कि ईडी ने 943 करोड़ की आय से अधिक संपत्ति के मामले में दस्तावेज खंगालने शुरू कर दिए हैं. 


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आरोप है कि गायत्री प्रजापति ने पत्नी, बेटे-बेटी और रिश्तेदारों के नाम पर अकूत संपत्ति अर्जित की. ईडी ने शिकायतकर्ता से उन दस्तावेजों को भी तलब किया है, जो उसने लोकायुक्त दफ्तर में 1725 पेज की शिकायत के रूप में दिए थे. जानकारी के मुताबिक, खबर है कि ईडी उन कंपनियों की भी जांच कर सकती है, जो गायत्री प्रजापति के करीबियों के नाम है.



सूत्रों का कहना है कि ईडी शामली मामले में दर्ज सीबीआई की एफआईआर की कॉपी हासिल कर उसका परीक्षण कर रही है. ईडी इस एफआईआर को आधार बनाकर मनी लांड्रिंग का एक और केस दर्ज कर सकती है. इससे पूर्व मंत्री समेत कई बड़ों की परेशानियां बढ़ सकती हैं. 


आपको बता दें कि सीबीआई ने शामली में खनन घोटाले के मामले में फरवरी 2017 में पीई (आरंभिक जांच) दर्ज कर पड़ताल शुरू की थी. जांच में अहम साक्ष्य हाथ लगने पर सीबीआई ने अगस्त 2017 में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के करीबी विकास वर्मा व अमरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू समेत नौ आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. 



वहीं,  ईडी ने नोटिस देकर बी.चंद्रकला को 24 जनवरी और रमेश मिश्रा को 28 जनवरी को पूछताछ के लिए तलब किया है. इसके अलावा अन्य आरोपितों को भी नोटिस देकर जनवरी के अंतिम सप्ताह से लेकर एक फरवरी के बीच पूछताछ के लिए बुलाया है.