लखनऊ: नए कृषि कानून से नाराज दिल्ली की सीमाओं पर 12 दिन से डटे किसानों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है. यह बंदी सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगी. इसपर कांग्रेस, सपा, NCP और SP समेत करीब 18 दलों का किसानों को समर्थन है. हांलाकि, किसानों का यह कहना रहा कि वे खुश हैं उन्हें समर्थन मिल रहा है, लेकिन उनकी विनती है कि कोई भी पार्टी अपना झंडा या बैनर ले कर आंदोलन में शामिल न हो. जानिए यूपी-उत्तराखंड में पड़ेगा इसका कैसा असर...


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उत्तर प्रदेश:
लखनऊ: भारत बंद के ऐलान के मद्देनजर राजधानी के कई रास्तों पर प्रदर्शन होने वाला है. मंगलवार सुबह 11 बजे से 3 बजे तक भारतीय किसान यूनियन के किसानों के समर्थन में यह प्रदर्शन किया जाने वाला है. इस दौरान शहर के देवा रोड नौबस्ता, इंद्रानगर रोड,आईआईएम रोड, दुबग्गा में मछली मंडी, शहीदपथ सहित कई रास्ते ब्लॉक होंगे. इसके चलते प्रदेश में खास सतर्कता बरती जा रही है. शहर के 56 धरना प्रदर्शन वाले स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स भी तैनात की गई है. इसके अलावा, चिनहट इलाके में दुकानदारों ने दुकान बंद करके किसानों का समर्थन किया.


सपा के कार्यकर्ताओं ने रोकी ट्रेन
लखनऊ में चिनहट के मल्हौर स्टेशन पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोक दी है. ट्रेन रोकने के लिए सपा के MLC राजेश यादव उर्फ राजू अपने समर्थकों के साथ स्टेशन पर पहुंचे थे. 


ललितपुर: राष्ट्रीय राजमार्ग NH-44 पर चक्का जाम करने जा रहे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हो गई. सदर कोतवाल संजय शुक्ला और अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह के साथ धक्का-मुक्की की गई. 


दिल्ली-उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन:


किसानों का कहना, "सरकार कानून बनाती है तो रद्द भी कर सकती है. हम तब तक नहीं हटेंगे, जब तक सरकार लिखित आश्वासन नहीं देती."



पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में भाकियू के हजारों किसान सेकड़ों ट्रैक्टर के साथ रोड पर निकले हैं. सीओ पूरनपुर, एसडीएम पूरनपुर और कोतवाल ने रोकने की कोशिश की, लेकिन उनका आरोप है कि किसानों ने उन पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की. साथ ही, पीलीभीत लखनऊ हाइवे जाम कर दिया गया. जाम में सरकारी बसें, एम्बुलेंस और कई गाड़ियां फंस गई हैं. हांलाकि, किसानों ने कुछ देर बाद एम्बुलेंस को रास्ता दे दिया. 


फिरोजाबाद: जिले में पुलिस का सख्त पहरा है. एसपी सिटी ने जानकारी दी कि यहां सेक्टर स्कीम लागू है. मुख्य स्थानों पर पुलिस तैनात की गई है. वहीं, किसान और नेताओं पर नजर रखी जा रही है. नेताओं के घरों के बाहर पुलिस फोर्स तैनात की गई है. वहीं मुख्य नेताओं को रमा गार्डन में लाकर उनसे प्रशासन और पुलिस बात-चीत कर शांति कायम रखने की कोशिश में हैं. 


फर्रुखाबाद: जहां कई किसान हिरासत में लिए जा चुके हैं, तो वहीं राजनेताओं के भी घर के बाहर पुलिस को तैनात किया गया है. पुलिस लगातार पूरे शहर पर नजर रख रही है और बाजार खुलवा रही है. दूसरी तरफ, जिला प्रशासन ने समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सहित कई नेताओं को हिरासत में ले लिया है.


मऊ: भारत बंद के चलते किसानों के समर्थन में उतरे दुकानदारों से प्रशासन ने दुकानें खोलने की अपील की है. साथ ही, कोई घटना होने पर सुरक्षा का भरोसा भी दिलाया है.


सीतापुर: भारत बंद को लेकर पुलिस अलर्ट दिख रही है. जिले की सीमाएं भी सील कर दी गई हैं. एएसपी, एसडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट सहित भारी पुलिस और पीएसी बल शहर में रूट मार्च कर रही है. सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने कई सपा कार्यकर्ता और किसान नेताओं को नजर बंद किया है. 


दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर:  भारत बंद के मद्देनजर सुरक्षा के लिहाज से दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर बम निरोधक दस्ता पहुंचा है. साथ में स्निफर डॉग (Sniffer Dogs)भी मौजूद हैं. हर आने-जाने वाली गाड़ी के पास सतर्कता से चेकिंग की जा रही है.


गौतमबुद्ध नगर: DND जाने वाले रास्ते पर नोएडा पुलिस ने बैरिकेड लगाया हुआ है. हर गाड़ी को चेक कर दिल्ली की तरफ जाने दिया जा रहा है. यहां पर पैरामिलिटरी फोर्स के जवानों को भी तैनात किया गया है. किसानों के भारत बंद आंदोलन को लेकर पुलिस पूरी तरह सतर्क नजर आ रही है. 


वाराणसी: रोजाना की तरह ही वाराणसी में सुबह-सुबह लोगों की चहल-पहल देखने को मिल रही है. वहीं, दुकानें भी खुली हुई हैं. भारत बंद के दौरान प्रशासनिक व्यवस्था भी काफी दुरुस्त है. जिला मुख्यालय पर बैरिकेडिंग की गई है. इसके साथ ही प्रशासन द्वारा सख्त आदेश दिया गया है कि किसी तरह से अगर कोई भी बेवजह किसी की दुकानों को बंद कराने का प्रयास नहीं करेगा. फिलहाल वाराणसी में भारत बंद का अभी तक असर नहीं देखने को मिल रहा है.


मथुरा: मथुरा में व्यापारियों ने दुकानें खोली हैं. स्कूलऔर ट्रांसपोर्ट भी सुचारू रूप से चल रहे हैं.


बुलंदशहर: बुलंदशहर में भी किसानों ने चक्का जाम करने का फैसला लिया है. तहसील के मुख्य चौराहों को 11:00 बजे से लेकर 3:00 बंद किया जाएगा. चक्का जाम को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस पूरी तरीके से नजर आ रहा है. आम चौराहे पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. वहीं चारों ओर बैरिकेडिंग लगाई गई है. किसानों से अपील की गई है कि शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करें और अपनी मांगों को रखें. किसी भी तरह की हिंसक वारदात करने पर कठोर कार्रवाई की जा सकती है. वहीं दूसरी ओर किसी भी तरह के व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद नहीं कराया जाएगा.


उत्तराखंड: 
हल्द्वानी: राज्य के हल्द्वानी जिले के प्रांतीय उद्योग व्यापार मण्डल ने बंद का समर्थन किया है. मण्डल ने कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों में स्वेच्छिक बंदी रखने की अपील की गई है. इसका असर आज 10 बजे के बाद से दिखने लगेगा. भारत बंद के मद्देनजर डीजीपी अशोक कुमार ने निर्देश दिए हैं कि देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, उधम सिंह नगर में खास चौकसी होगी. 


देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भारत बंद का कोई खास असर नजर नहीं आ रहा है. रोज की तरह से शहर में आवागमन चल रहा है. टैक्सी, बस ऑटो का भी संचालन जारी है. फिलहाल प्रशासन ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. साथ ही, यह भी कहा गया है कि अगर कोई जबरदस्ती दुकानों को बंद कराने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी


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उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के बॉर्डर पर चौकसी
पुलिस ने यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर भारी फोर्स तैनात कर चौकसी बढ़ा दी है, जिससे कि अराजक तत्वों से सख्ती से निपटा जा सके और किसी भी तरह की हिंसा न हो.


सीएम का आदेश- किसी के साथ न हो दुर्व्यवहार
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को आज के प्रस्तावित भारत बंद के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि आम जनता को किसी भी तरह की असुविधा न होनी चाहिए. प्रदेश में शान्ति व्यवस्था बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसलिए सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए जाएं. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के साथ दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए.


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जबरदस्ती करने पर होगी कार्रवाई
उत्तराखंड डीजीपी के आदेश हैं कि किसी भी प्रतिष्ठान को जबरन बंद नहीं कराया जाएगा. ऐसा करने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. भारत बंद के दौरान प्रदर्शन करने वालों की वीडियोग्राफी की जाएगी. इसके अलावा दिल्ली और यूपी पुलिस ने साफ किया है कि लोगों को आने-जाने से रोकने वालों पर या जबरन दुकानें बंद करवाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 


किसी को मजबूर न करें 
किसान नेता बलबीर सिंह ने मीडिया से बात करने के दौरान बताया कि बंद सुबह 11:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक रहेगा. इस दौरान इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी. बंद में शामिल होने के लिए किसी से जबरदस्ती नहीं की जाएगी. साथ ही, राजनीतिक दलों के लोग मंच पर शामिल नहीं होंगे. 


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दिल्ली-NCR पर ऐसा असर
दिल्ली-NCR में कैब-टैक्सी चालक बंदी का समर्थन कर रहे हैं. इससे पूरे एनसीआर में कैब सेवाएं न मिलने की संभावनाएं हैं. साथ ही, मंडी समितियां भी बंद रहेंगी. इस वजह से फल-सब्जी की आपूर्ति प्रभावित होने के आसार दिख रहे हैं. दूध जैसे जरूरी सामानों की गाड़ियों के चलने पर भी असर पड़ेगा. दिल्ली के लिए नोएडा से रोडवेज बसें नहीं चलेंगी. यहां पर लोगों को परेशानी उठानी पड़ सकती है.


बाजार खुले रहेंगे, बस सेवाएं भी जारी
व्यापारियों का कहना है कि दिल्ली समेत पूरे देश में बाजार खोले जाएंगे. ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने कहा कि देश में ट्रांसपोर्ट सेवाएं नॉर्मल तरीके से ही चलेंगी. तमाम ऑटो यूनियन बंद का समर्थन करते हैं, लेकिन सेवाएं जारी रखेंगे. मेट्रो और बस सेवाओं पर भी बंदी का असर नहीं दिखेगा. अस्पताल जैसी आपातकालीन सेवाएं खुली रहेंगी.


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इन पार्टियों ने किया सपोर्ट
कांग्रेस, शिवसेना, सपा, अकाली दल, एनसीपी, वामदल, राजद को मिलाकर 18 से ज्यादा विपक्षी पार्टियों ने देश बंद का सपोर्ट किया है. साथ ही, 10 केंद्रीय ट्र्रेड यूनियन ने भी किसानों को नैतिक समर्थन दिया है. रेलकर्मियों के संगठन, बैंक यूनियन, वकीलों के संगठन, व्यापारियों की कई संस्थाएं, दिल्ली-एनसीआर की मंडी समितियां और कई खाप पंचायतों की तरफ से भी किसानों को समर्थन मिला है. 


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