नवीन पांडेय/वाराणसी: वाराणसी में गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. घाट पूरी तरह से डूब चुके हैं और गंगा का पानी घाटों के किनारे स्थित मंदिरों में पहुंच गया है. काशी में गंगा नदी के जलस्तर का चेतावनी निशान 70.26 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 71.262 मीटर है. बुधवार को नदी का जलस्तर 65.79 मीटर तक पहुंच गया था.


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गंगा में नौका संचालन पर रोक
गंगा का जलस्तर बढ़ने से वाराणसी के सभी 84 घाटों का आपस में संबंध टूट गया है. वाराणसी जिला प्रशासन ने गंगा नदी में नौका संचालन पर 15 सितंबर तक रोक लगा दी है. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. जल पुलिस लगातार घाटों पर गश्त कर रही है. प्रशासन की ओर से नाविकों को किसी भी हाल में पर्यटकों को नाव पर नहीं बैठाने की हिदायत दी गई है.


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गंगा आरती का स्थान भी बदला
विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती का भी स्थान बदल गया है. एनडीआरएफ को भी सतर्क कर दिया गया है. बनारस नौकायन सेवा समिति के अध्यक्ष शंभू साहनी ने बताया कि गंगा नदी में राजघाट से अस्सी घाट के बीच करीब 1800 से ज्यादा मोटर बोट चलती हैं. गंगा उस पार से जो लोग आते जाते थे, उनको अब दिक्कत होगी. साथ ही गंगा किनारे होने वाले धार्मिक आयोजनों पर भी प्रभाव पड़ेगा. शंभू साहनी के मुताबिक करीब 50 हजार लोगों की रोजी-रोटी प्रभावित हुई है.


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