Ghaziabad to Noida Airport Namo Bharat Train: नोएडा एयरपोर्ट से गाजियाबादतक चलने वाली रैपिड रेल यानी नमो भारत ट्रेन और मेट्रो लाइन के ट्रैक पर अब लाइट ट्रांजिट ट्रेन भी चलाए जाने की कवायद शुरू हो गई है. ये इंटरनेशनल फिल्म सिटी से एयरपोर्ट तक चलाई जाने का प्रस्ताव है. यूपी सरकार के इस स्तर पर इसे मंजूरी मिल गई है.केंद्र की हरी झंडी मिलने के बाद इस पर काम शुरू हो जाएगा. 


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यमुना अथॉरिटी की बैठक
यमुना विकास प्राधिकरण (Yamuna Authority) की बोर्ड बैठक के बाद गुरुवार को ये प्रस्ताव चेयरमैन अनिल सागर के समक्ष प्रजेंटेशन दिया गया. इसमें गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक रैपिड ट्रेन, मेट्रो और लाइट ट्रांजिट रेल के लिए 72.4 किलोमीटर लंबे रेल ट्रैक को लेकर योजना प्रस्तुत की गई. फिल्म सिटी से जेवर एयरपोर्ट तक ट्रांजिट रेल 14 किलोमीटर के ट्रैक पर चलेगी. गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार से ग्रेटर नोएडा वेस्ट, सेक्टर अल्फा 1 और यमुना अथॉरिटी सिटी होते हुए रैपिड रेल का पूरा रूट तैयार किया जा रहा है. इस पर रूट पर 22 स्टेशन बनाए जाएंगे.


Namo Bharat ट्रैक पर 35 स्टेशन होंगे
आगे चलकर इसे 35 स्टेशनों तक बढाया जाएगा. नमो भारत ट्रेन और मेट्रो में 6-6 कोच रखे जाएंगे. रैपिड रेल का यह चरण 2031 तक पूरा होने की संभावना है.  लाइट ट्रांजिट ट्रेन चलाने का मकसद फिल्म सिटी और एयरपोर्ट के बीच आवागमन को ट्रैफिक से अलग रखना है. ट्रांजिट ट्रेन नमो भारत और मेट्रो ट्रेन के साथ एक ही ट्रैक पर संचालित होगी. लाइट ट्रांजिट ट्रेन 21 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी. बताया जा रहा है कि मेट्रो ट्रेन के बीच अंतराल 3.5 मिनट, नमो भारत ट्रेन का 7 मिनट और लाइट रेल ट्रांजिट का आठ मिनट रहेगा. 


नोएडा की एक्वा लाइन मेट्रो को भी नमो भारत ट्रेन से जोड़ने की तैयारी चल रही है. एक्वा लाइन को नोएडा सेक्टर 51 से नॉलेज पार्क 5 तक ले जाया जाएगा. नोएडा एयरपोर्ट तक जाने वाली रैपिड रेल की लाइन को नॉलेज पार्क 5 से जोड़ा जाएगा. 


पहला चरण जल्द
नमो भारत ट्रेन ट्रैक के पहले चरण में गाजियाबाद के सिद्धार्थविहार से इकोटेक 6 तक करीब 40 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनाया जाएगा. दूसरे फेज में इकोटेक 6 से 33 किलोमीटर का ट्रैक बनाया जाएगा. यह पूरी तरह से एलिवेटेड ट्रैक होगा.


नमो भारत का ट्रैक
इस ट्रैक पर नमो भारत ट्रेन यानी रैपिड रेल 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. मेट्रो की रफ्तार 40 किलोमीटर होगी. जबकि ट्रांजिट रेल 20-30 की रफ्तार से दौड़ेगी. इस रूट पर 2030-31 तक 3 लाख से ज्यादा सफर करेंगे. 


लाइट ट्रांजिट ट्रेन की स्पीड
लाइट ट्रांजिट ट्रेन (Light Transit Train) सामान्य रेलगाड़ियों और मेट्रो के मुकाबले कम यात्री क्षमता और कम स्पीड से चलती हैं. सिंगापुर, थाईलैंड और अमेरिका समेत कई देशों में लाइट ट्रांजिट ट्रेनें चल रही हैं. इनकी लागत भी काफी कम आती है.