Rules for Hoisting Tiranga: स्‍वतंत्रता दिवस से पहले योगी सरकार ने हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत कर दी. 6 दिन तक चलने वाले इस अभियान में प्रदेश के हर नागरिक को अपने घर पर तिरंगा फहराने के लिए प्रोत्‍साहित किया जाता है. ऐसे में अगर आपभी अपने घर पर तिरंगा फहराने जा रहे हैं तो इसके नियम भी जान लीजिए. 


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कैसे हुई अभियान की शुरुआत?
दरअसल, आजादी के अमृत महोत्‍सव अभियान के तहत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जुलाई 2022 को हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की थी. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने देश के हर नागरिक से घर पर तिरंगा फहराने की अपील की थी. इसके बाद से हर साल स्‍वतंत्रता दिवस से पहले इस अभियान की शुरुआत की गई. 9 अगस्‍त से हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की गई.


कैसे जुड़ें इस अभियान से?
हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ने के लिए सबसे पहले harghartiranga.com वेबसाइट पर जाना होगा. इसके बाद Participate सेक्शन पर क्लिक करना होगा. फ‍िर आपको अपना नाम, मोबाइल नंबर, राज्य और देश की जानकारी देनी होगी. इसके बाद आपको Read and Agree ऑप्शन पर क्लिक करना होगा. इसके बाद आपको तिरंगे के साथ की अपनी सेल्फी पोस्ट करनी होगी. फिर आपको submit बटन पर टैप करना होगा. इसके बाद आपकी सेल्फी को यूज के लिए परमिशन देनी होग. फ‍िर आपका हर घर तिरंगा सर्टिफिकेट जनरेट हो जाएगा. 


इन नियमों का ध्‍यान रखें
तिरंगा पूरे देश के लिए गौरव का प्रतीक है. देश का हर नागरिक तिरंगे के प्रति सम्मान और श्रद्धा रखते हैं. ऐसे में जब आपभी अपने घर में तिरंगा फहराएं तो कुछ नियमों का ध्‍यान रखें. राष्ट्रीय ध्वज उल्टा नहीं पहराया जा सकता, यानी केसरिया पट्टी को नीचे की पट्टी के रूप में नहीं रखना चाहिए. क्षतिग्रस्त या अस्त-व्यस्त राष्ट्रीय ध्वज को नहीं फहराना चाहिए. राष्ट्रीय ध्वज किसी भी व्यक्ति या वस्तु को सलामी देते समय नीचे झुकाना नहीं चाहिए. किसी भी अन्य ध्वज को राष्ट्रीय ध्वज से ऊपर या उसके अगल-बगल में नहीं रखा जाएगा. 


जमीन या फर्श से नहीं टच होना चाहिए 
इसके साथ ही राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग किसी उत्सव, थाली, ध्वज-पट्ट या किसी अन्य तरीके से सजाने के लिए नहीं किया जा सकता है. राष्ट्रीय ध्वज पानी में जमीन या फर्श या पगडंडी को नहीं छूना चाहिए. राष्ट्रीय ध्वज को किसी भी ऐसे तरीके से प्रदर्शित या बांधा नहीं जाएगा, जिससे उसे कोई क्षति होने की संभावना हो. राष्ट्रीय ध्वज को किसी अन्य ध्वज या झंडे के साथ एक ही मास्टहेड (फ्लैग पोल का शीर्ष भाग) से एक साथ नहीं फहराया जाना चाहिए. राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग वक्ता की मेज ढकने के लिए नहीं किया जाना चाहिए. 


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