नई दिल्ली: अगर आप भी मीठा खाने के शौकीन हैं और गुलाब जामुन, आइस्क्रीम, रसगुल्ला, केक या पेस्ट्री देखते ही गप कर जाते हैं, तो ये खबर आपके लिए है. क्या आपको पता है मीठा खाने से आपके बॉडी में कितनी कौलोरी जाती है? सफेद चीनी से बने इन प्रोडक्ट्स को ज्यादा खाने का मतलब है अपने ब्लड प्रेशर के साथ खेलना. साथ ही, इसमें कैलोरी तो खतरनाक मात्रा में होती ही है और न्यूट्रिशनल वैल्यू- ज़ीरो. ऐसे में आपका धीरे-धीरे वजन बढ़ने लगता है और हार्ट की बीमारी आपको घेरने लगती हैं. इसके साथ ही, सिर में दर्द और दांतों में कैविटी की भी दिक्कतें शुरू हो सकती हैं. तो क्या हैं उपाय? हम आपको बताते हैं चीनी की जगह किस चीज के सेवन से आपको इन परेशानियों से जूझना नहीं पड़ेगा और टेस्ट के साथ भी कॉम्प्रोमाइज नहीं करना पड़ेगा.


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1. कोकोनट शुगर
दरअसल, नारियल से निकली शुगर बॉडी के लिए अच्छी होती है. इसके लिए कोकोनट को हथेली पर रख कर एक कट लगाया जाता है, जिसके बाद इसे ईवेपोरेशन (Evaporation) के लिए छोड़ दिया जाता है. इस प्रोसेस के बाद एक क्रिस्टलीकृत पदार्थ (Crystallized material) इसमें वापस छोड़ दिया जाता है, जिससे कोकोनट शुगर बनता है. इस नेचुरल शुगर की खास बात ये है कि यह किसी भी डिश में अपना स्वाद जोड़ देता है. इसे आप चाय या कॉफी में यूज कर सकते हैं या केक और वॉफल में ऊपर से छिड़का जाता है. यह अर्टीफिशल शुगर से बेहतर होता है,क्योंकि इसमें कोकोनट के पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. 


2. डेट शुगर
क्या आपको पता है कि सूखे खजूर से भी शुगर निकाला जाता है? यह एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर तो होते ही हैं, साथ ही इनमें फाइबर भी पाया जाता है. इसकी बाइंडिंग और सम्मिश्रण गुणों की वजह से इसे स्मूथी के साथ-साथ कुकीज़ के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. आप बेकिंग के समय भी खजूर के सिरप एक बेहद स्वादिष्ट ऑप्शन हो सकता है.


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3. शहद
शहद में कई मेडिसिनल प्रॉपर्टी मौजूद होती हैं, जिससे सेहत पर अच्छा असर पड़ता है. इसमें भारी मात्रा में फ्रुक्टोज पाया जाता है. यह रिफाइन शुगर की तुलना में ज्यादा मीठा होता है. इसका मतलब एक डिश के लिए कम शहद की जरूरत होगी. शहद में फ्लेवोनोइड होते हैं. मतलब यह एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है और इसमें कई एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी शामिल होते हैं.


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4. गुड़
गन्ने से निकली चीनी नेचुरल शुहर होती है. इसके अनरिफाइन होने की वजह से ही इसमें जरूरी विटामिन, मिनरल्स, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं. इस कारण इसे गुणों का पावरहाउस माना जाता है. भोजन के बाद गुड़ का एक छोटा टुकड़ा आपके डाइजेशन एंजाइम को एक्टिव कर सकता है. इसके अलावा, एनीमिया से ग्रसित लोगों को भी यह बहुत फायदा करता है. ये शरीर में हीमोग्लोबिन के लेवल को बढ़ाने का काम कर सकता है. 


5. अंजीर
अंजीर में सरल कार्बोहाइड्रेट मौजूद होते हैं, जिन्हें तोड़ना मुश्किल नहीं होता, यानी यह इंसुलिन लेवल नहीं बढ़ाता. अंजीर कई तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है. हलवा, लड्डू या बिस्किट बनाने में भी अंजीर का प्रयोग किया जाता है. इसके अलावा, अंजीर को पानी में भिगो कर इसकी प्यूरी बना कर इस्तेमाल करने से भी बहुत फायदा मिलता है. ये हड्डियों को मजबूत रखने, ब्लड हेल्थ और डाइजेशन के लिए भी कारगर है.


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डिस्क्लेमर: यह आर्टिल सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है. किसी भी चीज को अपनाने या घरेलू नुस्खा ट्राई करने से पहले डॉक्टर्स या एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.


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