कुमाऊं: सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी-मिलन मार्ग (Munsiyari-Milan Route) में एकमात्र वैली ब्रिज (Valley Bridge) के क्षतिग्रस्त होने पर जांच बिठा दी गई है. कुमाऊं कमिश्नर अरविंद सिंह ह्यांकी का कहना है कि पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी से वार्ता कर जल्दी से जांच पूरी करने को कहा गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कुमाऊं कमिश्नर अरविंद सिंह ने कहा कि वैली ब्रिज को बीआरओ (Border Road Organization) द्वारा बनाया गया था. उन्होंने बताया कि बीआरओ (BRO) के ही एक कॉन्ट्रैक्टर ट्राले में मशीन लादकर पुल से गुजर रहे थे. ट्राला ओवरलोडेड था, जिसकी वहज से  वैली ब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया. कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि वैली ब्रिज पर वजन सहन करने की क्षमता के संबंध में कोई चेतावनी नहीं लिखी गई थी. आपको बता दें कि सामरिक महत्व की सड़कों का निर्माण बीआरओ करता है.


 


AIIMS और IIT द्वारा विकसित वेंटिलेटर 'प्राणवायु' परीक्षण में सफल, कीमत सिर्फ 25 हजार 


कुमाऊं कमिश्नर अरविंद सिंह ने कहा कि ऐसे पुलों की भार क्षमता कितनी है, इसको लेकर पहले से चेतावनी संदेश लिखा जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि एक कर्मचारी के ओवरलोडेड ट्राला वैली ब्रिज से पार कराने के लिए मना करने के बावजूद बीआरओ के ठेकेदार द्वारा जबरदस्ती की गई. इसका खामियाजा भुगतना पड़ा. 


इस संंबंध में भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. फिलहाल जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है. इसके अलावा जल्द से जल्द वैली ब्रिज का पुनर्निर्माण हो इसके प्रयास भी किए जा रहे हैं. गौरतलब है कि चीन सीमा तक पहुंचने का यह एकमात्र रूट है. लिहाजा प्रशासन इसे गंभीरता से ले रहा है. 


WATCH LIVE TV