Jhansi Fire: मुख्यमंत्री जी चुनाव प्रचार छोड़कर... अखिलेश के बयान से झांसी अग्निकांड पर गरमाई सियासत
Jhansi Fire Political Reaction: झांसी मेडिकल कॉलेज में आग की घटना पर अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है. बसपा प्रमुख मायावती ने भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
Jhansi Fire Political Reaction: झांसी मेडिकल कॉलेज में आग की घटना के बाद यूपी में सियासत शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है. बसपा प्रमुख मायावती ने भी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. यूपी की योगी सरकार ने पीड़ित परिवार के लिए आर्थिक मदद का ऐलान किया है. अग्निकांड में मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को परिवार को 50 हजार देने का ऐलान किया है. पीएम मोदी ने भी मुआवजे का ऐलान किया है.
झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर सियासत
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है. अखिलेश यादव ने X पर लिखा, झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मृत्यु एवं कई बच्चों के घायल होने का समाचार बेहद दुखद एवं चिंताजनक है. सबके प्रति संवेदनात्मक श्रद्धांजलि. आग का कारण ‘ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर’ में आग लगना बताया जा रहा है. ये सीधे-सीधे चिकत्सीय प्रबंधन व प्रशासन की लापरवाही का मामला है या फिर खराब क्वॉलिटी के आक्सीजन कॉन्संट्रेटर का. इस मामले में सभी जिम्मेदार लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई हो.
अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा
सपा अध्यक्ष ने आगे लिखा, मुख्यमंत्री जी चुनावी प्रचार छोड़कर, ‘सब ठीक होने के झूठे दावे’ छोड़कर स्वास्थ्य और चिकित्सा की बदहाली पर ध्यान देना चाहिए. जिन्होंने अपने बच्चे गंवाएं हैं, वो परिवारवाले ही इसका दुख-दर्द समझ सकते हैं. ये सरकारी ही नहीं, नैतिक जिम्मेदारी भी है. आशा है चुनावी राजनीति करने वाले पारिवारिक विपदा की इस घड़ी में इसकी सच्ची जांच करवाएंगे और अपने तथाकथित स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्रालय में ऊपर-से-नीचे तक आमूलचूल परिवर्तन करेंगे.
स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक पर हमला
अखिलेश ने लिखा, रही बात उप्र के ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ की तो उनसे कुछ नहीं कहना है क्योंकि उन्हीं के कारण आज उप्र में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था की इतनी बदहाली हुई है. संकीर्ण-साम्प्रदायिक राजनीति की निम्न स्तरीय टिप्पणियां करने में उलझे मंत्री जी को तो शायद ये भी याद नहीं होगा कि वो ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ हैं. न तो उनके पास कोई शक्ति है न ही इच्छा शक्ति, बस उनके नाम की तख़्ती है. सबसे पहले उप्र भाजपा सरकार समस्त झुलसे बच्चों के लिए विश्वस्तरीय चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराए व जिन्होंने अपने बच्चों को खोया है, उन समस्त शोक संतप्त परिवारों को 1-1 करोड़ संवेदना राशि दे. गोरखपुर न दोहराया जाए.
मायावती ने भी जताया दुख
बसपा प्रमुख मायावती ने X पर लिखा, यूपी, झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत की अति-दुखद घटना से कोहराम व आक्रोश स्वाभाविक. ऐसी घातक लापरवाही के लिए दोषियों को सख्त कानूनी सजा जरूरी. ऐसी घटनाओं की भरपाई असंभव फिर भी सरकार पीड़ित परिवारों की हर प्रकार से मदद जरूर करे.
डिप्टी सीएम क्या बोले?
वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि पूरे मामले की त्रिस्तरीय जांच कराई जाएगी. 'पहली जांच शासन के स्तर पर होगी, जिसे स्वास्थ्य विभाग करेंगा. वहीं, दूसरी जांच जिला स्तर पर होगी, जिसे पुलिस प्रशासन और फायर विभाग की टीम साथ मिलकर करेगी. वहीं तीसरी जांच मजिस्ट्रेट जांच होगी. उन्होंने कहा कि घटना कैसे हुई, क्यों हुई इसका पता लगाएंगे और जिम्मेदारी तय करेंगे. इसके बाद किसी को भी छोड़ेंगे नहीं.
झांसी में मौत का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए
यूपी सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह ने झांसी की घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि कहा कि हमारी संवेदनाएं मृतक बच्चों और उनके परिवार के साथ हैं. विपक्ष के प्रशासनिक लापरवाही के आरोपों को निंदनीय बताया. उन्होंने कहा कि बच्चों की दर्दनाक मौत का राजनीतीकरण नहीं होना चाहिए.
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