सुनील सिंह/ संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (SP MP Shafiqur Rahman Barq) एक बार फिर झगड़े और फसाद फैलाने के आरोपी मुस्लिमों की पैरवी में सामने आ गए हैं. सपा सांसद ने इस बार झारखंड के पलामू (Palamu violence) में शिवरात्रि से पूर्व पथराव करने के आरोपियों का साथ देते नजर आए. सपा सांसद ने कहा कि झगड़े और फसाद हमेशा होते रहे हैं, लेकिन किसी भी इसका रुख जानबूझकर मुसलमानों की तरफ मोड़ना पूरी तरह गलत है. झगड़े-फसाद रोकना सरकार की जिम्मेदारी है. इसे रोकने के लिए सरकार हिंदू और मुस्लिम की मानसिकता से ऊपर उठकर ईमानदारी से इसकी जांच करवाए. 


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मुस्लिमों को जिम्मेदार ठहराना बंद करे सरकार 
सपा सांसद ने यह भी कहा कि झगड़े-फसाद के लिए मस्जिदों में स्कीम बनाए जाने और मीटिंग का आरोप लगाना सही बात नहीं है. मस्जिदों में सिर्फ नमाज पढ़ी जाती है. हिंसा या पथराव के लिए स्कीम नहीं बनाई जाती और न ही मीटिंग कर दुनिया की सियासी बातें की जाती हैं. इस्लाम धर्म इसकी इजाजत नहीं देता. इस्लाम किसी भी मजहब के मामले में दखल की इजाजत भी नहीं देता. इसलिए सरकार हर चीज के लिए मुस्लिमों को जिम्मेदार ठहराना बंद करे. 


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क्या है पलामू हिंसा मामला? 
झारखंड के पलामू में महाशिवरात्रि को लेकर मस्जिद के पास तोरण द्वार बनाया जा रहा था, जिसका दूसरे समुदाय ने विरोध किया. इसी को लेकर विवाद बढ़ा और पत्थरबाजी हुई. देखते ही देखते हिंसा भड़क गई. इस दौरान कई ग्रामीण और पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. उपद्रव के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के कई लोगों को हिरासत में लिया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. मामले की जांच जारी है. घटना के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया. इलाके में धारा 144 लागू की गई है. इंटरनेट सेवाओं को भी 19 फरवरी तक बंद किया गया है. 


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