Hajj 2023: हज यात्रा के लिए आवेदन शुरू हो गया है. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. जिसके मुताबिक इस बार 12 साल से कम उम्र के बच्चे यात्रा पर नहीं जा सकेंगे. पढ़ें पूरी खबर
Trending Photos
लखनऊ: हज यात्रा 2023 से जुड़ी एक बड़ी खबर है. इस बार 12 साल से कम के बच्चे हज पर नहीं जा सकेंगे. सऊदी अरब सरकार ने 12 साल तक के बच्चों के लिए हज यात्रा पर रोक लगा दी है. हज के लिए आवेदन कर चुके बच्चों के आवेदन निरस्त माने जाएंगे. सऊदी सरकार के निर्णय के बाद हज कमेटी ऑफ इंडिया ने नया सर्कुलर जारी कर इसकी जानकारी दी है.
सुरक्षा के दृष्टिगत लिया फैसला
यूपी के पूर्व मंत्री व यूपी हज समिति के अध्यक्ष मोहसिन रजा ने एक वीडियो जारी किया है. जिसमें उन्होंने हज यात्रियों को आगाह किया है कि बारह साल से कम उम्र के बच्चो का आवेदन न करें. सऊदी अरब सरकार बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर उन्हें आने से मना किया है. यह फैसला किंगडम ऑफ सऊदी अरबिया सरकार द्वारा स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक सुरक्षा के दृष्टिगत लिया गया है.
हज यात्रा 2023 में 12 वर्ष और उससे कम उम्र के बच्चों के लिए हज यात्रा पर सऊदी अरब सरकार के निर्णय के उपरांत भारत सरकार ने सर्कुलर जारी कर रोक लगा दी है।
हज यात्रा 2023 में 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के आवेदन स्वतः निरस्त समझे जाएंगे।
(1/2) pic.twitter.com/fzZq6bf6l3— Mohsin Raza (@Mohsinrazabjpup) February 17, 2023
10 मार्च तक कर सकते हैं आवेदन
जानकारी के मुताबिक, हज-2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन 10 फरवरी से शुरू हो चुकी है. यात्रा के लिए इच्छुक लोग अंतिम तिथि 10 मार्च, 2023 तक आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए हज समिति की वेबसाइट hajcommittee.gov.in/haf23 पर विजिट कर सकते हैं आवेदन की निर्धारित तिथि से भारतीय अंतराष्ट्रीय पासपोर्ट की वैद्यता 03 फरवरी, 2024 से कम नहीं होनी चाहिए. आवदेन करते समय कोई रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा नहीं करना है. यात्रियों को सलाह है कि आवदेन-पत्र भरने से पहले हज-2023 के दिशा-निर्देशों को ध्यान से पढ़ लें.
इस बार आवेदन के लिए नहीं लगेगा कोई शुल्क
नई हज पॉलिसी के मुताबिक, इस साल हज पर जाने वालो लोग फ्री में आवेदन कर सकते हैं. यानी आवेदन के लिए किसी तरह की कोई फीस नहीं चुकानी होगी. जबकि इससे पहले आवेदन के लिए हज पर जाने वाले लोगों को 400 रुपये फीस देनी होती थी. साथ ही हज यात्रा के लिए पैकेज की राशि 50,000 रुपये कम की गई है. इसके अलावा हाजियों को बैग, सूटकेस और चादर जैसे जरूरी सामान के लिए अब पैसे नहीं देने होंगे.
यह भी पढ़ें- 80 दिनों से रोज 3-4 घंटे जेल में पति संग बिता रही थी निखत, मुख्तार की बहू का खुलासा
सऊदी अरब के मक्का शहर जाते हैं मुसलमान
आपको बता दें कि हर साल ईद उल अजहा के मौके पर दुनियाभर के मुसलमान हज के लिए सऊदी अरब के मक्का शहर जाते हैं, जो मुसलमानों का पवित्र स्थान है. हज शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम सभी वयस्क मुसलमानों के लिए एक अनिवार्य धार्मिक कर्तव्य है.
यह भी पढ़ें- अब्दुल्ला आजम अब नहीं दे सकेंगे वोट, MLA आकाश सक्सेना की शिकायत पर हुई कार्रवाई
यह भी देखें- Watch: महाशिवरात्रि पर सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में किया रुद्राभिषेक