बांदा: आज के समय में लोग अपनी फोटो या रील सोशल मीडिया में डालते है. लेकिन कितने बार इससे हमे परेशानियो का सामना करना पड़ता है. ऐसा ही कुछ बांदा में शहजादी नामक युवती के साथ हुआ. दरअसल, शहजादी को एक युवक से फेसबुक के जरिए प्रेम हुआ और वो उसके चक्कर में दुबई पहुंच गई. वहां बच्चों के हत्या के आरोप में उसे मुत्य की सजा दी गई है. 


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मृत्युदंड की सजा 
लेकिन लगातार मीडिया में खबर चलने के बाद परिजनों को अब कुछ आस जगी है क्योंकि यूएई से उनके पास एक मेल आया है. मृत्युदंड से बचने के लिए उनके माता-पिता ने अबू धाबी सरकार को एक मेल किया था. इसके बाद से अब वहां से एक मेल आया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि आप डायरेक्ट हमसे कनेक्ट कर सकते हैं और इसका जवाब आपको एक दिन के अंदर दे दिया जाएगा और उन्होंने वहां से टॉल फ्री कॉल सेंटर एंप्लॉय नंबर भी जारी किया है. जिससे उसके माता-पिता पूरे मामले की जानकारी साथ ही यहां के साथियों को यूएई सरकार तक पहुंचाने का कार्य करेंगे जिसके लिए बांदा में उनके अधिवक्ता एकत्र कर यूएई सरकार तक पहुंचाने की में जुट गए हैं.


बांदा रोटी बैंक सोसाइटी में काम करती थी
आपको बता दे की मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव की शहजादी को हत्या के मामले में दुबई की अदालत ने मृत्यु दंड की सजा सुनाई है. शहजादी बांदा में एक रोटी बैंक सोसाइटी में काम करती थी जिसे फेसबुक के जरिए दोस्ती कर कुछ लोग उसे आगरा ले गए वहां से उसे दुबई भेज दिया गया. इसके बाद शहजादी को 3 महीने 20 दिन के मासूम बच्चे की हत्या के जुर्म में फंसा दिया गया और वहां की अदालत में उसे फांसी की सजा सुना दी गई. शहजादी की फांसी 21 सितंबर को मुकर्रर की गई है इसके बाद से उसे बचाने के लिए उनके माता-पिता लगातार प्रयत्न कर रहे हैं.


यूएई की सरकार को एक मेल किया 
उन्होंने यूएई की सरकार को एक मेल किया था और यहां से उन्होंने सारे दस्तावेज लगाकर वहा भेजें थे. जिसके जवाब में एडीजेडी यानी अबू धाबी जुडिशल डिपार्टमेंट की तरफ से एक मेल आया है और उसमे लिखा हुआ है कि "हम आपका ध्यान इस ओर आकर्षित करते हैं कि आप न्यायिक विभाग की वेबसाइट पर पूछताछ मंच के माध्यम से अदालत (प्रथम दृष्टया, अपील कैसियन), सार्वजनिक अभियोजन, निष्पादन प्रभाग से संबंधित कोई भी पूछताछ कर सकते हैं. जहां मंच के माध्यम से आप सीधे प्रभारी कर्मचारी से संवाद कर सकते हैं. आपके अनुरोध का पालन करने और न्यायिक विभाग की वेबसाइट पर डेटा भरकर आपकी पूछताछ का जवाब देने का मामला. प्रस्तुत जांच का उत्तर एक कार्य दिवस के भीतर दिया जाएगा और उन्होंने जुडिशल डिपार्मेंट कॉल सेंटर के एंप्लॉय कॉन्टेक्ट नंबर भी जारी किया है.


भारतीय मीडिया को धन्यवाद किया 
इसके बाद बांदा में शहजादी के महत्व तस्करी वाले मामले की पर भी कर रहे अधिवक्ता दस्तावेज और साक्ष्यो को एकत्रित करके यूएई की कोर्ट तक पहुंचने के लिए जुट गए हैं. उनका कहना है कि अब एक छोटी सीआश दिखी है. फिलहाल यूएई सरकार के द्वारा भेजे गए इस मेल के बाद परिजनों को आश जगी है कि उनकी बेटी शहजादी को अब न्याय मिल सकता है. शहजादी की माता-पिता और उनके अधिवक्ता ने भारतीय मीडिया को धन्यवाद किया है जिससे उनकी आवाज अबू धाबी तक पहुंची है और साथ ही अब उनकी उम्मीद भी जागी है कि उनकी बेटी शहजादी को अब न्याय मिल सकता है.


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