Irfan Solanki : कानपुर के सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ आगजनी मामले में फैसला टल गया है. अब एमपीएमएलए कोर्ट ने अब फैसले के लिए 1 जून की तारीख दी है. इससे पहले पेशी पर आए सपा विधायक इरफान सोलंकी ने कहा कि मैं अभी जिंदा हूं. तीन घंटे पुलिस लाइन में पेड़ के नीचे चबूतरे में बैठाकर रखा गया. 


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अब 1 जून को आ सकता है फैसला 
कानपुर के जाजमऊ आगजनी मामले में सोमवार को सपा विधायक इरफान सोलंकी को महाराजगंज जेल से कानपुर की एमपीएमएलए सेशन कोर्ट लाया गया. इस दौरान कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा की व्‍यवस्‍था की गई थी. कोर्ट परिसर के बाहर भी पुलिस फोर्स तैनात थी. एमपीएमएलए कोर्ट आज अपना फैसला सुनाने वाली थी. एमपीएमएलए सेशन कोर्ट के विशेष न्‍यायाधीश सत्‍येंद्र नाथ त्रिपाठी ने फैसले के लिए पहले दोपहर तीन बजे का समय दिया. इस दौरान पुलिस इरफान सोलंकी को कोर्ट लाने से पहले सुरक्षा कारणों के चलते पुलिस लाइन ले गई. सपा विधायक को फ‍िर तीन बजे कोर्ट लाया गया. 


छावनी में तब्‍दील रहा कोर्ट परिसर 
इसके बाद कोर्ट ने सुनवाई का समय बढ़ाकर चार कर दिया. इस दौरान इरफान सोलंकी को पुलिस सुरक्षा में रखा गया. फैसले को लेकर कानपुर कोर्ट में पुलिस को अलर्ट पर रखा गया था. कोर्ट परिसर में करीब 300 से ज्‍यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे. अब एक जून को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी. 
 
क्‍या है आगजनी का मामला?
दरअसल, जाजमऊ की डिफेंस कॉलोनी में रहने वाली नजीर फातिमा के घर में 7 नवंबर 2022 को आग लग गई थी. नजीर फातिमा का आरोप था कि सपा विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी व उनके साथियों ने घर में आग लगा दी. घटना के दिन वह किसी शादी समारोह में शामिल होने गई थीं. उनका बेटा घर में अकेला था. आरोप है कि सपा विधायक और उनके समर्थकों ने बेटे से मारपीट भी की थी. 


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