कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश में पाकिस्तानी कनेक्शन! लोन वुल्फ अटैक का शक
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कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश में पाकिस्तानी कनेक्शन! लोन वुल्फ अटैक का शक

Kanpur News: बिल्हौर के पास कानपुर-कासगंज रेलवे ट्रैक पर रखे गए एलपीजी सिलेंडर से रविवार रात कालिंदी एक्सप्रेस के टकराने के मामले में जांच एजेंसियों को अहम सुराग हाथ लगे हैं. जांच में सामने आया है कि मौके से जो मिठाई का डिब्बा मिला है, उसमें बारूद था.

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Kanpur News: प्रयागराज से कानपुर होते हुए भिवानी के लिए चलने वाली ट्रेन कालिंदी एक्सप्रेस (14117) को एलपीजी सिलेंडर से उड़ाने की साजिश की गई थी.  मामले में जांच एजेंसियों को अहम सुराग हाथ लगे हैं. अब तक की जांच में सामने आया है कि ट्रैक उड़ाने और ट्रेन में आग लगाने का षड्यंत्र रचा गया था. पुलिस सूत्र आंतकी षड्यंत्र की संभावना से इन्कार नहीं कर रहे है. आरपीएफ भी इसी दिशा में जांच कर रही है. इससे पहले 16 अगस्त की रात कानपुर-झांसी रूट पर पनकी के पास साबरमती एक्सप्रेस पलटाने का षड्यंत्र किया गया था.  

शक के दायरे में  खुरासान माड्यूल
कानपुर के बिल्हौर के पास कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश के पीछे जांच एजेंसियां आतंकी संगठन आईएस के खुरासान माड्यूल को लेकर जांच कर रही हैं. एजेंसियां इसे रेलवे पर लोन वुल्फ अटैक की कोशिश भी मान रही हैं. कुछ दिनों पहले जांच एजेंसियों को इसको लेकर एक अलर्ट भी मिला था, जिसमें देश के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और रेलवे को निशाना बनाए जाने की चेतावनी दी गई थी. कानपुर में बीते एक माह में रेलवे ट्रैक को क्षतिग्रस्त करके ट्रेन को बेपटरी करने की दो साजिश सामने आने के बाद खुरासान माड्यूल शक के दायरे में है. जांच एजेंसियां हाल ही के दिनों में विदेश से बिल्हौर में आए लोगों की भी जांच कर रही है. बिल्हौर में मौजूद बाऊरिद्दीन के मजार पर देश विदेश से लोग आते हैं इसकी भी जांच की जा रही है.

 कानपुर कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने का मामला 

219 कैमरों के फुटेज जुटाए गए हैं. ट्रैक से लेकर झाड़ियों तक छानबीन की गई है. बाहर से आए लोग भी जांच के दायरे में हैं और मोबाइल डेटा से पता लगाया जा रहा है. विदेशी लोग पर भी एजेंसियों की नजर है. जो लोग विदेश से आए हैं उन पर भी नजर है.मामले में NIA, ATS, IB, RPF,जिले की कमिश्नरी पुलिस भी  जांच कर रही है. आतंकी संगठनों को भी नकारा नहीं जा सकता है. ऑनलाइन गतिविधियों पर भी नजर एजेंसियों की है. लोन वुल्फ अटैक का भी शक जताया जा रहा है क्योंकि आईएस और ISI इशारे पर ट्रेनो पर लोन वुल्फ अटैक किया जा रहा है. जिसमें कट्टरपंथियों के पैसा लेकर घटना को अंजाम देने वाले भी शामिल हो सकते हैं. जांच एजेंसियों को ट्रेनों को निशाना बनाए जाने का अलर्ट मिला था. कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश के पीछे आतंकी संगठन आईएस के खुरासान मॉड्यूल के होने का शक भी है. सुरक्षा एजेंसियों के संकेत कोई आतंकी मॉड्यूल कर रहा है काम, स्लीपर सेल के एक्टिव होने का शक है.

पेट्रोल बम, मिठाई के डिब्बे में बारूद जैसा पाउडर और माचिस
घटनास्थल पर पेट्रोल बम, मिठाई के डिब्बे में बारूद जैसा पाउडर और माचिस मिली है.  घटनास्थल के पास एक झोला और मिठाई का डिब्बा मिला है. ये मिठाई का डिब्बा कन्नौज के छिबरामऊ की दुकान का है.  मिठाई के डिब्बे में बारूद जैसा पाउडर और माचिस मिली है.  पाउडर अमोनियम नाइट्रेट की तरह लग रहा है. पुलिस ने दुकान संचालक से पूछताछ की और वहां लगे कैमरों का डिजिटल वीडियो रिकार्डर (डीवीआर) कब्जे में ले लिया है. सीसी कैमरा से पता लगाने की कोशिश की जा रही है पिछले एक-दो दिनों में किसने वहां से मिठाई खरीदी है. वहीं माचिस सुपर टेडी कंपनी की है.

जांच टीमों को जनपद के बाहर जाकर छापेमारी अन्य सबूत एकत्र करने की जिम्मेदारी दी गई है. आसपास के गांवों में आपराधिक तत्वों की पहचान के लिए एडीसीपी एलआइयू के नेतृत्व में एक टीम लगाई गई है.  मुड़ेरी क्रासिंग के पास से ही कानपुर-अलीगढ़ हाईवे निकला है और वहां स्थित निवादा टोल प्लाजा का डीवीआर भी खंगाला जा रहा है. सर्विलांस और स्वाट की टीमें भी पड़ताल कर रही हैं.  रेलवे लाइन पर सिलेंडर आखिर किन लोगों ने रखा था? पुलिस तमाम एंगल से मामले की जांच कर रही है.  क्रासिंग के पास स्थित मजार में बड़ी संख्या में जमाती आते हैं. उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.  एटीएस और आइबी की टीमों के साथ ही सोमवार को एनआइए की टीम ने भी पड़ताल की.

साजिश के पीछे कौन
कानपुर में ट्रेन उड़ाने की साजिश में आखिर कौन-कौन शामिल था. इसकी जांच के लिए पुलिस के साथ-साथ एटीएस और एलआईयू की टीमें जुटी हुई हैं. इस मामले में दो हिस्ट्रीशीटरों को भी हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार  ने बताया कि अभी टीमें गठित की गई हैं और अभी जांच की जा रही है. अभी कुछ बोल पाना जल्दबाजी होगी. घटना में संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ चल रही है. ट्रेन उड़ाने की साजिश मामले में पुलिस ने नसीम ,गिनना ,अमर सिंह समेत 10 लोगों की  हिरासत में लिया है.नसीम ,गिनना ,अमर सिंह-तीनों ही हिस्ट्रीशीटर हैं और आस पास के गावों में रहते हैं.

इमरजेंसी ब्रेक लगाकर लोको पायलट ने रोकी ट्रेन
ये ट्रेन रविवार को देर शाम ट्रैक पर रखे एक सिलेंडर से टकरा गई.  इस दौरान तेज आवाज भी हुई. तेज धमाका होने के बाद लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी थी. ट्रेन से टक्कर लगाने के बाद सिलेंडर 50 मीटर आगे ट्रैक के किनारे जाकर गिरा.  गनीमत ये रही कि ट्रेन में मौजूद यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.  इस मामले की जांच IB को सौंपी गई है. कानपुर पुलिस ने 2 हिस्ट्रीशीटर को भी हिरासत में लिया है.  घटना में कोई नुकसान नहीं हुआ है और 25 मिनट बाद ट्रेन रवाना कर दी गई थी.

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