UP Flood Alert: भारी बारिश से यूपी में उफान पर नदियां, बाढ़ की चपेट में 11 जिले
Heavy Rain Alert: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के चलते हाई अलर्ट जारी दिया है. साथ ही आगे के तीन दिनों में बारिश की संभावना जताई जा रहा है. लगातार बारिश और बिजली गरजन का दौर जारी है. इसी के चलते कई जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए है जिसके चलते आज सीएम योगी बाढ़ ग्रस्त इलाकों में दौरा कर पीड़ितों से वार्ता करेंगे.
UP Flood: उत्तर प्रदेश में बारिश को दौर जारी है. पिछले 10 दिनों से लगातार बारिश हो रही है. तो वहीं आज भी यानी 11 जुलाई को भी कई जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है. नेपाल से आ रहे पानी को लेकर मैदानी इलाकों के 11 जिलों में हाईअलर्ट जारी कर दिया है. बाढ़ प्रभावित जिलों में सीएम योगी बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा कर रहे है और फिर बाढ़ ग्रस्त गाँव का निरीक्षण करेंगे . मुख्यमंत्री बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर वार्ता भी करेंगे. जिसके बाद लक्ष्मणपुर कोठी पहुंचकर लगे बाढ़ राहत शिविर में पीड़ितों को राहत सामग्री भी बाटेंगे.
इन जगहों पर हाई अलर्ट
पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच और सिद्धार्थनगर, बाराबंकी और गोंडा, श्रावस्ती, कुशीनगर, बलिया, हापुड़ और बदायूं में हाई अलर्ट है. नेपाल के गिरजा व शारदा बैराज से 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिसके चलते सरयू नदी का जल स्तर बढ़कर 106.216 मीटर पर पहुंच गया. जो खतरे के निशान से लगभग 60 सेंटीमीटर ऊपर है. नदी का जलस्तर लगातार 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है. वहीं, 100 से अधिक मकान भी बाढ़ के पानी में ढह गए है.
सीएम योगी ने दिए निर्देश
सीएम योगी ने तेज बारिश को ध्यान में रखते हुए प्रभावित जनपदों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से रहत कार्य करने के निर्देश दे दिए है. साथ ही उन्होने कहा है कि बाढ़ वाले इलाकों का भ्रमण कर राहत कार्य पर नजर रखे और बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करें.
घाघरा नदी का बढ़ा जलस्तर
यह खबर उत्तर प्रदेश के गोंडा से है जहां लगातार पड़ोसी देश नेपाल और बैराजों से एक के बाद एक छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी के बाद घाघरा नदी का जो जलस्तर है वह धीरे-धीरे खतरे के निशान से ऊपर बढ़ रहा है. घाघरा नदी आज एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से 32 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. अगर कल नदी के जलस्तर की बात करें तो कल घाघरा नदी खतरे के निशान से 55 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. लेकिन आज देर रात बरसात न होने के कारण नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है. वहीं आज 308747 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद घाघरा नदी का जलस्तर शाम तक और बढ़ सकता है. घाघरा नदी में आज गिरजा बैराज से 115127, शारदा बैराज से 183480 और सरयू बैराज से 10140 क्यूसेक पानी घाघरा नदी में छोड़ा गया है. घाघरा नदी के खतरे के निशान से होने के चलते करनैलगंज और तरबगंज तहसील क्षेत्र के लगभग 15 गांव की 13646 जनसंख्या प्रभावित है. साथ ही 10888 पशु भी बाढ़ से प्रभावित हो रहा है. बाढ़ से प्रभावित लोगों के राहत और बचाव कार्य के लिए 55 नावँ लगाई गई है. साथी अब तक डेढ़ सौ लंच पैकेट वितरित किया गया है. 757 ओआरएस वितरित किया गया है 1204 क्लोरीन गोली वितरित की गई है. साथ ही 458 रोगियों का इलाज भी किया गया है. वहीं राहत बचाव कार्य के लिए एक एसडीआरएफ की टीम और एक पीएससी फ्लड की भी टीम लगाई गई है. गोंडा जिला प्रशासन ने आगामी बाढ़ से निपटने के लिए 28 बाढ़ चौकियों को भी सक्रिय कर दिया है.
बाढ़ से प्रभावित हुए 15 गांव
वही तरबगंज तहसील क्षेत्र के ब्योन्दा माझा, दत्ता नगर,सखीपुर,बाणी माझा,महाजन पुरवा,कर्नलगंज तहसील क्षेत्र के नकहरा,घरूकन पुरवा सहित लगभग 15 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. जहां लोग नाव का सहारा लेकर अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थान पर जाने के लिए मजबूर हो गए है. लोग अपने पशुओं को भी किसी तरीके से ऊंचे स्थान पर ले जाकर सुरक्षित कर रहे है. बाढ़ से प्रभावित लोग अपने सिर पर गेहूं, चावल रखकर उच्च स्थान पर लेकर जा रहे हैं. ताकि उनके घरों में घुसे पानी से उनके घर में रखे अनाज को किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो.
पीलीभीत का भी हुआ हाल बेहाल
पीलीभीत में बाढ़ से ग्रशित विभीषिका अपना सब कुछ गवा चुके है. बाढ़ पीड़ित अब मदद के इंतजार में है. सरकार के साथ ही अब सामाजिक संस्थाओं ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है. इसी कड़ी में दावत-ई-इस्लामी के गरीब नवाज रिलीफ फाउंडेशन ने बाढ़ पीड़ितों को जाकर राहत सामग्री वितरित की है जिसके बाद अपना सब कुछ गवा चुके बाढ़ पीड़ितों के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली है.
दरअसल पीलीभीत में पिछले तीन दिन से लगतार बाढ़ का प्रकोप बना हुआ है. यहां शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी भर गया है जिसके कारण सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण क्षेत्रों में हुआ जहां घरों में पानी कई कई फुट तक भर गया है. जिससे खाने-पीने का सामान सहित घर गृहस्ती का सामान भी पानी में खराब हो गया है. लोग काफी परेशान है अभी भी घरों के चारों ओर पानी है. इस विपत्ति में अब लोग मदद के लिए आगे आ रहे है. इसी के चलते दावत-ई-इस्लामी के एनजीओ ने पीलीभीत से सटे ग्राम चंदौई में पहुंचकर लोगों को खाने- पीने से मुहैय्या कराया है. इस मौके पर जीएनआरएफ के पीलीभीत व बरेली के सदस्य पहुंचे और लोगों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना और साथ ही उन्हें पैकेट में बाढ़ राहत सामग्री भी वितरित की.