Banda Lok Sabha Chunav 2024: बांदा लोकसभा सीट से BJP ने आरके सिंह पटेल को उतारा है. बांदा लोकसभा सीट पर बीजेपी कमल पहली दफा 1991 में खिला पाई. प्रकाश नारायण यहां से जीतक संसद पहुंचे. 1998 में बीजेपी की जीत हुई और फिर मोदी लहर में यानी 2014 में बीजेपी ने जीत कायम किया. 2019 में यह जीत लगातार जारी रहा और अब 2024 के चुनाव पर सबकी नजर है.
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Banda Lok Sabha Chunav 2024: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में केन व यमुना नदी के बीच एक लोकसभा सीट स्थित है जिसका नाम है बांदा जिसकी पहचान पूर्व विदेश मंत्री व कालाकांकर प्रतापगढ़ रियासत के राजा दिनेश सिंह से बहुत अच्छे तरीके से की जाती है. पहली दफा यहां पर जब लोकसभा चुनाव हुआ तो प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के भूपेंद्र निगम उर्फ़ भूपत बाबू को कांग्रेस के राजा दिनेश सिंह ने मात दी. साल 1962 में एक बार फिर कांग्रेस ने इस सीट पर जीत कायम किया. साल 1967 से लेकर यहां हुए हर लोकसभा चुनाव अलग पार्टियों ने जीत दर्ज की. इस साल के लोकसभा चुनाव में यानी 2024 के चुनाव में बांदा लोकसभा सीट से BJP ने आरके सिंह पटेल को उतारा है.
बुंदेलखंड की लोकसभा सीटों में से एक सीट बांदा पर पहली बार 1957 में चुनाव कराए गए. साल 1957 में लोकसभा चुनाव में जीतकर राजा दिनेश सिंह सांसद बने थे. इसके बाद साल 1962 के चुनाव में सावित्री निगम कांग्रेस के टिकट से लड़कर सांसद बनीं. कांग्रेस की जीत बांदा में 1967 में रुकी जब वामपंथी दल सीपीआई के जागेश्वर यहां से सांसद चुने गए. 1971 में हुए चुनाव में अपनी जीत जनसंघ हासिल करने सफल रहा. बांदा लोकसभा सीट पर बीजेपी कमल पहली दफा 1991 में खिला पाई. प्रकाश नारायण यहां से जीतक संसद पहुंचे. 1998 में बीजेपी की जीत हुई और फिर मोदी लहर में यानी 2014 में बीजेपी ने जीत कायम किया. 2019 में यह जीत लगातार जारी रहा और अब 2024 के चुनाव पर सबकी नजर है.
बांदा में कुल मतदाता की संख्या
कुल मतदाता- 19,96,599
10,89,269 कुल पुरुष मतदाता
9,07,221 कुल महिला मतदाता
मौजूदा सासंद
माना जाता है कि बांदा लोकसभा में ब्राह्मण व पटेल बिरादरी की बाहुल्यता है. यहां पर पहले से ही यह कयास लगा लिए जाते हैं कि उम्मीदवार ब्राह्मण या पटेल वर्ग से ही होगा. मौजूदा समय की बात करें तो बीजेपी से आरके सिंह पटेल यहां के सांसद हैं. बांदा चित्रकूट संसदीय क्षेत्र में 17 बार चुनाव हुए हैं जिसमें सबसे ज्यादा बार सात दफा ब्राह्मण प्रत्याशियों की जीत हुई है. पांच बार अपना परचम कुर्मी प्रत्याशियों ने लहराया और ओबीसी वर्ग के जागेश्वर यादव की जीत हुई एक बार हुई. इस तरह से ओबीसी वर्ग इस सीट पर छह बार जीत गई है. इस सीट को ब्राह्मण-कुर्मी बाहुल्य माना गया है.
2019 में विजेता- बीजेपी के आरके सिंह पटेल रहे.
रनरअप- सपा के श्यामा चरन गुप्ता रहे.
तृतीय स्थान पर कांग्रेस के बालकुमार पटेल रहे.
2014- विजेता-भैरव प्रसाद मिश्रा-भाजपा
रनर-आरके सिंह पटेल-बसपा
तृतीय-बालकुमार पटेल-सपा
कब कौन रहा सांसद
किस पार्टी से कौन जीता
1957 में दिनेश सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से टिकट लेकर सांसद बने.
1962 में सवित्री निगम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से टिकट लेकर सांसद बने.
1967 में जागेश्वर यादव भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से टिकट लेकर सांसद बने.
1971 में रामरतन शर्मा भारतीय जनसंघ से टिकट लेकर सांसद बने.
1977 में अंबिका प्रसाद पांडे जनता पार्टी से टिकट लेकर सांसद बने.
1980 में रामनाथ दुबे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से टिकट लेकर सांसद बने.
1984 में भीष्म देव दुबे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से टिकट लेकर सांसद बने.
1989 में राम सजीवन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से टिकट लेकर सांसद बने.
1991 में प्रकाश नारायण त्रिपाठी भारतीय जनता पार्टी से टिकट लेकर सांसद बने.
1996 में राम सजीवन बहुजन समाज पार्टी से टिकट लेकर सांसद बने.
1998 में रमेश चंद्र द्विवेदी भारतीय जनता पार्टी से टिकट लेकर सांसद बने.
1999 में राम सजीवन बहुजन समाज पार्टी से टिकट लेकर सांसद बने.
2004 में श्यामा चरण गुप्ता समाजवादी पार्टी से टिकट लेकर सांसद बने.
2009 में आरके सिंह पटेल समाजवादी पार्टी से टिकट लेकर सांसद बने.
2014 में भैरो प्रसाद मिश्र भारतीय जनता पार्टी से टिकट लेकर सांसद बने.
2019 में आरके सिंह पटेल भारतीय जनता पार्टी से टिकट लेकर सांसद बने.
विधानसभा में बीजेपी का दबदबा
बांदा लोकसभा सीट के अंतर्गत पांच विधानसभा सीटें हैं-
बाबेरु विधानसभा सीट
नारैनी विधानसभा सीट
बांदा विधानसभा सीट
चित्रकूट विधानसभा सीट
माणिकपुर विधानसभा सीट
चित्रकूट जिले में चित्रकूट और माणिकपुर सीटें हैं और बाकी सीटें बांदा जिले में हैं. एक सीट बबेरू की छोड़कर तीन सीटें बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में जीती थीं. इससे पहले चार सीट तिंदवारी, सदर, नरैनी के साथ ही बबेरू बीजेपी के पास ही थी.