UP Politics: लोकसभा चुनाव में यूपी में बीजेपी का रंग फीका नजर आया जबकि विपक्षी दल सपा-कांग्रेस का प्रदर्शन शानदार रहा. लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव को लेकर भी पक्ष और विपक्ष के बीच तुलना होने लगी है.
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Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को सबसे ज्यादा नुकसान यूपी में हुआ. यहां पार्टी 64 से 33 सीटों पर आकर सिमट गई. योगी सरकार में 17 मंत्री अपनी ही विधानसभा में सांसद उम्मीदवार को जीत नहीं दिला पाए. आंकड़े देखें तो विधानसभा सीटों पर बीजेपी का दबदबा कम दिखाई दिया. 2022 विधानसभा चुनाव में 255 सीटें जीतने वाली बीजेपी को लोकसभा चुनाव में 155 सीटों पर ही बढ़त मिली है. जबकि एनडीए के मुकाबले इंडिया गठबंधन 50 सीटों पर आगे रहा.
50 सीटों पर इंडिया गठबंधन ने ली बढ़त
विधानसभा वार देखें तो एनडीए यूपी में 174 सीटों पर आगे रहा जबकि इंडिया गठबंधन ने 50 सीट ज्यादा यानी 224 सीटों पर बढ़त बनाई. सपा ने जहां सबसे 183 सीटों पर बढ़त हासिल की तो उसकी सहयोगी कांग्रेस को भी खूब फायदा हुआ. कांग्रेस 41 विधानसभा सीटों पर आगे रही. नतीजन सपा के 37 तो कांग्रेस ने 6 सीटों पर जीत हासिल की. यूपी में इस प्रदर्शन से विपक्षी दल गदगद हैं, कहा कि यूपी में अगर आज चुनाव हुए तो बीजेपी को सिंहासन छोड़ना पड़ेगा.
बसपा को सबसे ज्यादा नुकसान
अकेले चुनावी मैदान में उतरी बसपा को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. पार्टी का चुनाव में सूपड़ा साफ हो गया. साथ ही पार्टी एक भी विधानसभा सीट पर बढ़त हासिल करने में नाकामयाब रही. वहीं, एनडीए के सहयोगी दलों में रालोद 8 विधानसभा सीटों पर आगे रहा जबकि अपना दल एस ने 4 विधानसभा में बढ़त हासिल की.
17 मंत्री अपनी सीट पर पिछड़े
बीजेपी के 17 ऐसे मंत्री रहे, जो अपनी ही विधानसभा में पार्टी उम्मीदवार को बढ़त नहीं दिला पाए. इनमें सूर्य प्रताप शाही, ओपी राजभर, जयवीर सिंह, राकेश सचान, सुरेश राही, ब्रजेश सिंह, असीम अरुण, राकेश राठौर गुरु, अनूप प्रधान, रजनी तिवारी, प्रतिभा शुक्ला का नाम शामिल है, हालांकि सरकार के इससे ज्यादातर मंत्री ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी सीट पर पार्टी प्रत्याशी को लीड दिलाई, इनमें डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, सुरेश खन्ना, बेबी रानी मौर्य का नाम शामिल है.
मंथन में जुटी बीजेपी
चुनाव में मिली अप्रत्याशित हार के बाद बीजेपी हार के कारणों को लेकर मंथन में जुटी है. प्रत्याशयों से हार की वजह पूछी गई . साथ ही कुल 3 तरह की रिपोर्ट भाजपा तैयार कर रही है, जिसका पहला आधार प्रत्याशी से मिली रिपोर्ट, दूसरा जो टीम जा रही है उसकी रिपोर्ट और तीसरी मंडल लेवल पर तैयार करवाई गई रिपोर्ट होगी. ये रिपोर्ट आपस मे मिलान करके केंद्रीय नेतृत्व को भेजी जाएगी. रिपोर्ट के आधार पर भीतरघात करने वालों के ऊपर भी कार्रवाई होगी, जो केंद्रीय नेतृत्व रिपोर्ट मिलने के बाद करेगा.
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