Lok Sabha Elections 2024, प्रयागराज: लोकसभा चुनाव के बीच बीएसपी के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री बाबूलाल भंवरा ने इस्तीफा दे दिया. बीएसपी में कद के मुताबिक तरजीह नहीं मिलने के चलते नाराज पूर्व मंत्री बाबूलाल भंवरा ने इस्तीफा दिया है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती से मुलाकात नहीं हो पाने से भी नेता नाराज चल रहे थे. साल 2007 से 2012 तक बीएसपी सरकार में बाबूलाल मंत्री थे और कांशीराम के बेहद करीबियों में गिने जाते थे. मिर्जापुर मंडल के कोऑर्डिनेटर पद पर उन्हें तैनात किया गया था. पिछले काफी समय से पार्टी में वो खुद को उपेक्षित महसूस करने लगे थे. 


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सभी पदों से इस्तीफा
इस तरह ऐसी परिस्थितियों पर गौर करते हुए बाबूलाल भंवरा ने बहुजन समाज पार्टी के सभी पदों से अपना इस्तीफा दे दिया. साल 1982 से वो पार्टी से जुड़े हुए थे और राज्य मंत्री भी बनाए गए. प्रयागराज के नवाबगंज के पचदेवरा अटरामपुर के बाबूलाल मूल निवासी हैं और उन्हें जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी. मौजूदा समय में वह मिर्जापुर के मंडल प्रभारी के रूप में काम कर रहे थे.


'बहुत भारी मन से यह कदम उठाना रहा हूं'
उन्होंने अपने इस्तीफे में ये भी लिखा है कि 42 वर्ष से पार्टी के लिए ईमानदारी व निष्ठा से काम करता रहा हूं. हमारे ऊपर बसपा सुप्रीमो मायावती का व्यक्तिगत रूप से एहसान हैं, उनका जीवनभर आभारी रहूंगा पर राजनीति में आज चाटुकारिता चरम पर है जिसकी वजह से मैं उसमें सेट न हो सका जिसके कारण पार्टी के हर एक पद से व पार्टी से मैं त्यागपत्र देता हूं. बहुत भारी मन से यह कदम उठाना रहा हूं. 


'हमें पार्टी फोरम के पद से दूर रखा गया'
बीएसपी के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री बाबूलाल भंवरा ने ये भी बताया है कि पार्टी में मुझे 21 साल काम करने के बाद जिले का उपाध्यक्ष बनाया. मौजूदा समय में लोग पद मिलने के बाद काम को शुरू करते हैं. अक्टूबर 2023 से लेकर 15 मार्च 2024 तक हमें पार्टी फोरम के पद से दूर रखा गया. इस दौरान कई बार बहनजी से मुलाकात करने का भी प्रयास किया गया पर नहीं हो सका.