बीजेपी या सपा में कौन मारेगा बाजी, UP में राज्यसभा की 8वीं सीट पर किसके पक्ष में आंकड़ा
Rajya Sabha Chunav 2024: यूपी में राज्यसभा चुनाव की लड़ाई दिलचस्प होती नजर आ रही है. बीजेपी और समाजवादी पार्टी दोनों अपने-अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए नंबर गेम में जुट गए हैं. दोनों के लिए आगे की राह आसान नहीं है.
Rajya Sabha Chunav 2024: यूपी की 10 राज्यसभा सीटों पर होने वाला चुनाव दिलचस्प हो गया है. बीजेपी ने 8वां प्रत्याशी उतारकर मुकाबला रोचक बना दिया है. बीजेपी के 7 जबकि सपा के दो प्रत्याशियों का राज्यसभा जाना तय है. दोनों दल अपने उम्मीदवार को जिताने की जुगत में जुट गए हैं. ऐसे में क्रॉस वोटिंग की भी आशंका जताई जा रहा है. 27 फरवरी इन सीटों पर मतदान होगा.
राज्यसभा का गणित
403 सीटों वाली यूपी विधानसभा में मौजूदा समय में कुल 399 विधायक हैं. 4 सीटों विधायकों के निधन के चलते खाली हैं. राज्यसभा में एक प्रत्याशी को जिताने के लिए प्रथम वरीयता के 37 विधायकों के वोट की जरूरत होगी. इस हिसाब से बीजपी को 8 प्रत्याशी जिताने के लिए 296 वोटों की जरूरत होगी. भाजपा के 7 प्रत्याशियों की जीत पक्की है लेकिन उसे 8वें प्रत्याशी के लिए 10 वोटों का जुगाड़ करना होगा.
बीजेपी की क्या है स्थिति
सियासी गणित को देखें तो बीजेपी के विधायकों की संख्या 252 है. जबकि उसके सहयोगियों अपना दल (एस) के 13, निषाद पार्टी और सुभासपा के 6-6 विधायक हैं. रालोद के 9 विधायकों को मिलाकर यह संख्या 288 पहुंच जाती है. लेकिन सुभासपा से विधायक अब्बास अंसारी जेल में हैं. इस हिसाब से 287 वोट का गणित है. 8वां उम्मीदार जिताने के लिए उसे 296 वोट चाहिए. यानी 9 वोट की जरूरत होगी. भाजपा को राजा भैया की पार्टी के दो और बसपा का एक वोट मिलना तय है यानी उसे 7 और वोटों की जरूरत होगी.
सपा के लिए क्या मुश्किलें
वहीं, समाजवादी पार्टी की बात करें तो उसके विधायकों की संख्या 108 है, कांग्रेस के विधायकों के दो विधायकों को जोड़कर यह संख्या 110 पहुंच जाती है. तीसरा उम्मीदवार जिताने के लिए उनको एक विधायक की ही जरूरत है, इसके लिए वह बसपा या आरएलडी विधायक को पाले में ले सकते हैं, लेकिन अखिलेश की मुश्किलें उनके ही दल में बढ़ी हुई हैं, पल्लवी पटेल ने सपा के लिए वोट करने से मना कर दिया है जबकि उसके दो विधायक रमाकांत यादव और इरफान सोलंकी जेल में होने की वजह से वोट नहीं कर पाएंगे. इस हिसाब से कांग्रेस के दो विधायकों को मिलाने के बाद सपा का कुल आंकड़ा 108 तक ही सिमट जाता है. यानी उनको 3 वोट और चाहिए होंगे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक सपा की नजर तीन वोट के लिए सुभासपा और रालोद के विधायकों पर है. कहा जा रहा है आरएलडी के 4 विधायक बीजेपी से गठबंधन करने से नाराज है, विधायकों की अयोध्या यात्रा के दौरान भी ये विधायक गायब थे. इसमें मीरापुर से विधायक चंदन चौहान, खतौली से विधायक मदन भैया, सिवालसाख से गुलाम मोहम्मद और शामली से अशरफ अली शामिल हैं. इनको सपा कैंप का माना जाता है.
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27 को होगी वोटिंग
बता दें कि 2 अप्रैल 2024 को 10 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. इन सीटों पर चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. उम्मीदवार 15 फरवरी तक नामांकन दाखिल कर सकते हैं. 27 फरवरी को रिक्त सीटों के लिए मतदान होगा.
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