Agra News: ताजनगरी आगरा में रामचरित मानस सिर्फ हिंदी या संस्कृत में नहीं है, बल्कि उर्दू में भी अपनी पावनता बिखेर रही है. आगरा में एक विद्वान ऐसे भी हैं जो राम चरित मानस का पाठ उर्दू में करते हैं.
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मनीष गुप्ता/आगरा: अयोध्या में भगवान राम की 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. कार्यक्रम को लेकर रामभक्तों में उत्साह है. इसी को लेकर भगवान राम से जुड़े रोचक जानकारी सामने आ रही है. ऐसा ही कुछ आगरा में भी होता है. ताजनगरी आगरा में रामचरित मानस सिर्फ हिंदी या संस्कृत में नहीं है, बल्कि उर्दू में भी अपनी पावनता बिखेर रही है. आगरा में एक विद्वान ऐसे भी हैं जो राम चरित मानस का पाठ उर्दू में करते हैं.
पाठ सुनने हिंदू के साथ आते हैं मुसलमान
इन विद्वान का नाम है बैजनाथ शर्मा. सदर के शहजादी मंडी स्थित सनातन धर्म मंदिर सभा और लाइब्रेरी के प्रधान बैजनाथ शर्मा उर्दू में श्रीरामचरित मानस का पाठ करते हैं. उनके पाठ के दौरान ना सिर्फ हिंदू सुनने आते हैं बल्कि मुस्लिम भी बड़ी ही शिद्दत से अमृत पान करने आते हैं. हालांकि 100 साल की उम्र के चलते मानस के पाठ में कुछ कठिनाई आ रही है, मगर मानस की प्रखरता से ना सिर्फ हिंदू, बल्कि मुस्लिम भी गदगद हैं.
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उर्दू से रखते हैं लगाव
करीब शतायु हो चुके बैजनाथ शर्मा को शुरु से ही उर्दू जुबान से लगाव रहा है. यही वजह है की उर्दू भाषा से उन्होने अपनी एकेडमिक शिक्षा प्राप्त की. इसके बाद जब उन्होने सनातन धर्म मंदिर सभा का प्रधान पद संभाला. तब से उन्होंने उर्दू में श्रीरामचरित मानस का पाठ शुरू कर दिया. उर्दू में श्रीरामचरितमानस के पाठ में उनकी श्रद्धा देखकर हिंदू और मुस्लिम, दोनों ही वर्गों के लोग तन्मयता से सुनने आते हैं.
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उम्र नहीं आती आड़े
सनातन धर्म मंदिर सभा से जुड़े हेमंत सलूजा बताते हैं कि बैजनाथ शर्मा जी इस वक्त 100 वर्ष के हो गए हैं. इस समय उन्हें उम्र के चलते थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है, बावजूद इसके श्रीरामचरितमानस के प्रति उनका लगाव कम नहीं हुआ है । श्रीरामचरितमानस उनके अंतर्मन में समा गई है.