सपा ने कांशीराम-मायावती के चेले को अंबेडकर नगर से बनाया प्रत्याशी, 5 बार के विधायक पर लगाया दांव
SP Ambedkar Nagar Candidate Lalji Verma: यूपी के जिला पंचायत चुनाव के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने लालजी वर्मा को पार्टी से निकाल दिया था. उनपर पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी काम करने का आरोप लगा था. जिसके बाद लालजी वर्मा ने सपा का दामन थाम लिया था.
SP Ambedkar Nagar Candidate Lalji Verma: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बिगुल बज चुका है. समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में 16 प्रत्याशियों के नाम हैं. सपा ने अम्बेडकर नगर से लालजी वर्मा को उम्मीदवार बनाया है. लालजी वर्मा पांच बार विधायक रह चुके हैं. वर्तमान में वह अम्बेडकरनगर की कटेहारी विधानसभा सीट से विधायक हैं.
कांशीराम के समय से बसपा से जुड़े थे लालजी वर्मा
कटेहरी विधायक लालजी वर्मा बसपा सुप्रीमो मायावती के करीबी और विश्वासपात्र माने जाते रहे हैं. वह बसपा के कद्दावर नेताओं में गिने जाते थे. लालजी वर्मा ने छात्र राजनीति से पॉलिटिकल करियर की शुरुआत की थी. वह बसपा के बनने के साथ ही इससे जुड़ गए थे. यानी वह कांशीराम के समय से बसपा से जुड़े थे. 1986 में वे पहली बार MLC बने. तबसे लेकर अब तक 5 बार (1991, 1996, 2002, 2007 और 2017 में) विधायक रह चुके हैं. 2014 में उन्होंने श्रावस्ती सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद उन्होंने दोबारा विधानसभा का रुख कर लिया था.
विधानसभा चुनाव से पहले साइकिल पर हुए थे सवार
लालजी वर्मा बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. इसके अलावा बसपा के विधानमंडल दल के नेता भी रहे थे. हालांकि, यूपी के जिला पंचायत चुनाव के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने लालजी वर्मा और रामअचल राजभर को पार्टी से निकाल दिया था. दोनों नेताओं पर पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी काम करने का आरोप लगा था. हालांकि, लालजी वर्मा ने इन आरोपों को निराधार बताया था. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले लालजी वर्मा ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम दिया था. लालजी वर्मा का अंबेडकरनगर और आसपास के जिलों में अच्छा खासा प्रभाव है.
लालजी वर्मा की चल-अचल संपत्ति
यूपी विस चुनाव 2022 में चुनाव आयोग में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार, लालजी वर्मा का पेशा कृषि, डेयरी और विधानसभा सदस्य है. उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 9 करोड़ रुपये घोषित की थी. जिसमें दो करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 7.1 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है. वहीं, आपराधिक मामलों की बात करें तो उनके ऊपर कुल एक क्रिमिनल केस दर्ज है.