नोएडा समेत 22 जिले मिशन शक्ति में फेल, महिलाओं पर अपराध मामले में आरोपियों को सजा दिलाने में रहे फिसड्डी
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नोएडा समेत 22 जिले मिशन शक्ति में फेल, महिलाओं पर अपराध मामले में आरोपियों को सजा दिलाने में रहे फिसड्डी

प्रदेश के 22 जिलों के अधिकारी इस अभियान में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं. इसको लेकर प्रदेश के अभियोजन विभाग ने गृह विभाग को चिट्ठी लिखी है. पत्र के मुताबिक मिशन शक्ति के तहत 22 जिलों का प्रदर्शन बेहद खराब माना जा रहा है.

सांकेतिक तस्वीर.

लखनऊ: सीएम योगी ने महिलाओं पर होने वाले अपराध पर लगाम लगाने के लिए मिशन शक्ति अभियान शुरू किया है. इसके तहत अगले साल अप्रैल तक हर महीने 1 हफ्ते महिला जागरुकता अभियान चलाया जाएगा. वहीं महिला अपराध से जुड़े आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की भी बात कही गई है. प्रदेश के 22 जिलों के अधिकारी इस अभियान में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं. इसको लेकर प्रदेश के अभियोजन विभाग ने गृह विभाग को चिट्ठी लिखी है. पत्र के मुताबिक मिशन शक्ति के तहत 22 जिलों का प्रदर्शन बेहद खराब माना जा रहा है.

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इन जिलों का प्रदर्शन खराब
पत्र के मुताबिक महिला संबंधी अपराध में आरोपियों को सजा दिलाने में 22 जिले पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुए हैं. इन जिलों में प्रयागराज, नोएडा, झांसी, अलीगढ़, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर और रायबरेली भी शामिल हैं. खास बात ये कि कमिश्नरी प्रणाली वाला नोएडा भी इनमें शामिल है.

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मिशन शक्ति के तहत अपराधियों को सज़ा
रिपोर्ट के मुताबिक मिशन शक्ति अभियान के तहत बीते 1 हफ्ते में 11 मामलों में अलग-अलग जिलों में 18 लोगों को फांसी की सज़ा सुनाई जा चुकी है. वहीं 296 शोहदों को जिला बदर किया गया है, जबकि 86 आरोपियों को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई है. 96 आरोपियों को 10 साल से कम की सज़ा मिली है, वहीं 600 शोहदों और मनचलों की जमानत खारिज कर उन्हें जेल भेजा गया है.  

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