अनुपूरक बजट क्या होता है?, महाकुंभ 2025 से पहले योगी सरकार को क्यों पड़ी जरूरत
UP Assembly Winter Session: आज से यूपी विधानसभा का शीत कालीन सत्र का आगाज हो रहा है. माना जा रहा है सत्र के दूसरे दिन योगी सरकार अनुपूरक बजट पेश कर सकती है.
Anupurak Budget in UP Assembly Winter Session: महाकुंभ 2025 से पहले यूपी विधानसभा का शीत कालीन सत्र शुरू हो रहा है. ऐसे में शीत कालीन सत्र अहम हो सकता है. योगी सरकार दिव्य और भव्य महाकुंभ कराने में जुटी है. ऐसे में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. योगी सरकार महाकुंभ को विशेष पैकेज दे सकती है. इसके लिए कल 17 दिसंबर को अनुपूरक बजट भी पेश कर सकती है. यह अनुपूरक बजट पूरी तरह से महाकुंभ पर केंद्रित रहने वाला है. तो आइये जानते हैं आखिर योगी सरकार को क्यों अनुपूरक बजट पेश करना पड़ रहा है.
पहले जान लें क्या होता है अनुपूरक बजट?
दरअसल, अनुपूरक बजट एक ऐसा वित्तीय दस्तावेज है जिसे सरकार किसी वित्तीय वर्ष के दौरान पेश करती है. जब उसे अपने पहले से स्वीकृत बजट में अतिरिक्त खर्च की आवश्यकता होती है. यह बजट उन खर्चों को कवर करने के लिए पेश किया जाता है, जिनको अनुमानित बजट में शामिल नहीं किया गया था, या जो नई परिस्थितियों के कारण आवश्यक हो गए हैं. यह बजट वित्त वर्ष के बीच में किसी विभाग या मंत्रालय की किसी योजना में अतिरिक्त राशि खर्च करने के लिए लाया जाता है. यह खर्च के अनुमान के साथ पेश किया जाता है.
योगी सरकार क्यों पड़ी जरूरत?
बता दें कि इसी साल योगी सरकार ने फरवरी महीने में मूल बजट किया था, जो करीब 7.36 लाख करोड़ रुपये का था. इसके बाद 30 जुलाई को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 12,909.93 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया था. अब एक बार फिर से योगी सरकार अनुपूरक बजट पेश करने जा रही है, जो पूरी तरह महाकुंभ पर केंद्रित रहने वाला है. बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र में योगी सरकार ने 12,209 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया था. इस बार का अनुपूरक बजट लगभग 10,000 करोड़ रुपये का हो सकता है.
यह भी पढ़ें : यूपी विधानसभा का सत्र आज, बहराइच से संभल तक सरकार और विपक्ष में घमासान के आसार
यह भी पढ़ें : हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढ़ने वाले... अखिलेश ने लोकसभा में बोला करारा हमला, आरक्षण से लेकर बुलडोजर-बुलेट तक बरसे