गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और 10 से कम उम्र के बच्चों को मां विंध्यवासिनी मन्दिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
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राजेश मिश्रा/मिर्जापुर: कोरोना महामारी के चलते बंद चल रहे मां विंध्यवासिनी मंदिर को 29 जून से खोल दिया जाएगा. लॉकडाउन के 5 दिन पहले से बंद मंदिर को गुप्त नवरात्रि की नवमी तिथि से आम भक्तों के लिए खोला जाएगा. ये फैसला श्रीविंध्य पंडा समाज और जिला प्रशासन के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया है.
विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र ने बताया कि 27 जून की सुबह मां विंध्यवासिनी मंदिर पर अखंड-कीर्तन का आयोजन होगा और 28 जून को दोपहर 12 से 1 बजे तक आरती के बाद विंध्यवासिनी मंदिर के चारों कपाट खोल दिए जाएंगे. मंदिर में पहले स्थानीय लोग दर्शन-पूजन करेंगे और फिर 29 जून से आम दर्शनार्थियों के लिए मंदिर के कपाट खोले जाएंगे.
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बैठक में कुछ अहम फैसले भी लिए गए हैं. मंदिर में सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार दर्शन-पूजन की व्यवस्था होगी. गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और 10 से कम उम्र के बच्चों को मां विंध्यवासिनी मन्दिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. साथ ही बिना मास्क के भक्त मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे. धाम की दुकानों पर सैनिटाइजर और मास्क रखना अनिवार्य होगा.
वहीं, एक साथ मात्र पांच लोग ही गर्भगृह में प्रवेश कर सकते हैं. मां विंध्यवासिनी का चरण स्पर्श फिलहाल प्रतिबंधित रहेगा. गर्भगृह में सिर्फ दो पुरोहित गेट नंबर 1 व 2 के पास बैठेंगे. श्रद्धालुओं के साथ सिर्फ एक पुरोहित गर्भगृह में प्रवेश करेंगे.