प्रयागराज/मोहम्मद गुफरान : माघ मेला 2024 के आयोजन को लेकर प्रयागराज में तैयारियां तेज हो गई हैं. संगम तट पर बुधवार को पुलिस विभाग ने भूमि पूजन कर औपचारिक शुरुआत कर दी है. सरकार जल्द ही मेले में ड्यूटी पर लगाए जाने के लिए पुलिसकर्मियों को उनके दायित्वों की जिम्मेदारी भी सौंप देगी. मेले में आने वाले सभी लोगों की सुरक्षा का खास इंतजाम रखा गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कब से कब तक होगा मेला


इस बार 2024 माघ मेला का आयोजन 52 दिन तक चलेगा. सभी की सुरक्षा का सरकार ने पूरा ध्यान रखा है. बता दें, 2024 का माघ मेला 15 जनवरी से प्रारंभ होकर आठ मार्च तक चलेगा. सभी को इस पल का खास इंतजार है. 


निर्माण का कार्य शुरू 


पुलिस विभाग की तरफ से भूमि पूजन के बाद से यहां पर अस्थाई तौर पर बनने वाले पुलिस लाइन के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा. पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी भी उन्हें सौंप दी गई है. पुलिस विभाग के भूमि पूजन के साथ ही मेले की औपचारिक रूप से तैयारियां भी शुरू हो गई हैं.


 


महाकुंभ रिहर्सल


आगामी महाकुंभ 2025 को देखते हुए यह माघ मेला बेहद महत्वपूर्ण है. इस माघ मेले को महाकुंभ 2025 के रिहर्सल के तौर पर भी देखा जा रहा है. एडीजी भानु भास्कर ने कहा कि इस बार की तैयारियां पिछले माघ मेले से अलग होंगी. 


लोगों के लिए खास ख्याल
पुलिस विभाग के साथ ही अन्य विभाग भी अलग तरीके से तैयारियों को अंजाम देंगे. आने वाले लोगों को कोई असुविधा न होने पाए इसका खास ख्याल रखा जाएगा. साथ ही मेले की सुरक्षा बनाए रखना पुलिस महकमे की जिम्मेदारी होती है. इस लिहाज से पुलिस महकमा सभी दृष्टि से माघ मेले को सफल बनाने का कार्य करेगा


वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भूमि पूजन
संगम की रेती पर लगने वाले माघ मेला 2024 की तैयारियां तेज हो गई हैं. बुधवार को माघ मेला क्षेत्र में पुलिस विभाग की तरफ से बकायदा विधिविधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भूमि पूजन किया गया है. भूमि पूजन में प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे. 


भूमि पूजन में शामिल होने पहुंचे
संगमनगरी प्रयागराज की भूमि पूजन में शामिल होने पहुंचे एडीजी प्रयागराज भानु भास्कर उन्होंने बताया कि यहां पर पुलिस बल की तैनाती हो होने वाली है. मेला क्षेत्र में पुलिस थानों और चौकियों के निर्माण कार्य भी पुलिस लाइन निर्माण के बाद शुरू होगा. 


Watch: अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार को घेरा, किसानों के हक में सरकार से पूछा ये सवाल