vrindavan: वृंदावन में भक्तों का आना अभी से शुरू हो गया है. आगामी शरद पूर्णिमा पर भगवान के दर्शन के लिए श्रीबांके बिहारी जी मंदिर की ओर से विशेष प्रबंध किए गए हैं. भक्तों को विशेष प्रसाद दिया जाएगा और दर्शन भी देर तक कराए जाएंगे.
Trending Photos
Shri Banke Bihari Ji: आगामी बुधवार को शरद पूर्णिमा है. इस अवसर पर श्रीबांके बिहारी मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने की उम्मीद है. इसके लिए मंदिर प्रबंधन ने तैयारी कर ली है. दरअसल शरद पूर्णिमा के दिन श्रीबांके बिहारी के दर्शन करने का अपना एक विशेष महत्व है. चूंकि यह त्योहारी समय है और यूपी में तीन भी दिन का अवकाश है तो आने वाले दिनों में भक्तों का वृंदावन में तांता लगने वाला है.
शरद पूर्णिमा के दिन श्रीबांके बिहारी जी का विशेष शृंगार किया जाता है. इस दिन भगवान भक्तों को मुरली बजाते दर्शन देते हैं. इस बार भी मंदिर प्रबंधन की ओर से विशेष झांकी की व्यवस्था है. वृंदावन में तो अभी से भक्तों का आना शुरू भी हो गया है. चूंकि बड़ी संख्या में भक्त पहुंचेंगे इसलिए भक्तों को अधिक कष्ट न हो और दर्शन भी हो जाएं यह इंतजाम किया गया है. भक्तों की भावना को देखते हुए मंदिर में भगवान के दर्शन सुबह और शाम एक घंटे अतिरिक्त कराए जाएंगे. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग भगवान के दर्शन कर सकें.
पूर्णिमा के अवसर पर ठा. राधासनेह बिहारी मंदिर ,राधादामोदर, राधारमण, राधाश्यामसुंदर, गोविंद देव, गोपीनाथ और मदनमोहन में भी भगवान कृष्ण के श्वेत वस्त्र पहने दर्शन होंगे. शरद पूर्णिमा के अवसर पर प्रसाद वितरण की बात की जाए तो भगवान को चंद्रकला और खीर का भोग लगाया जाएगा और तत्पश्चात भक्तों में इसका वितरण होगा.
श्रीबांके बिहारी मंदिर में भगवान को जो वस्त्र पहनाए जाएंगे वे सफेद रंग की जरी की कढ़ाई से तैयार किए गए हैं. विशेष रूप से कोलकाता के कारीगरों ने इन्हें बनाया है. शरद पूर्णिमा पर बांके बिहारी मंदिर की समय सारिणी की बात की जाए तो दोपहर 1 बजे मंदिर के पट बंद होंगे और रात को साढ़े 10 बजे शयन आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे.
चूंकि त्योहारी समय है इसलिए पुलिस ने भी कानून व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए हैं. प्रशासन का कहना है कि भक्तों को एक तरफ से एंट्री कराई जाएगी और दूसरी तरफ से निकाला जाएगा.