नई दिल्‍ली : लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सभी पार्टियां अपने-अपने स्‍तर पर जुट गई हैं. सूत्रों के हवाले से इसी क्रम में कहा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती के बीच शुक्रवार को दिल्‍ली में बैठक हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने लोकसभा चुनावों को लेकर अपनी-अपनी रणनीति पर चर्चा की.


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सूत्रों के अनुसार कहा जा रहा है कि इस बैठक में रणनीति बनी है कि दोनों पार्टियां 37-37 सीटों पर अपने-अपने उम्‍मीदवार उतारेंगी. सूत्रों ने बताया कि शेष सीटों को राष्ट्रीय लोक दल और अन्य छोटी पार्टियों के लिए छोड़ा जाएगा.वहीं कांग्रेस को गठबंधन में शामिल ना करने पर फिलहाल सपा-बसपा की सहमति बनी है. बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं.


सूत्रों के अनुसार गठबंधन से कांग्रेस को दूर रखने पर बनी सहमति. फाइल फोटो

सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं के बीच यह बैठक करीब डेढ़ घंटे चली. इसमें सपा महासचिव प्रो रामगोपाल यादव भी अखिलेश के साथ मौजूद थे. इस दौरान आगामी चुनावों में यूपी में सपा-बसपा गठबंधन पर भी चर्चा हुई. साथ ही  सीट बंटवारे पर भी बातचीत हुई. इस दौरान सीटों के नए फॉर्मूले पर भी बात हुई.


कहा जा रहा है कि सपा और बसपा के बीच यूपी में 37-37 सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमति बनी है. वहीं आरएलडी को भी सीट देने का फैसला हुआ है. यह भी फैसला लिया गया है कि अमेठी और रायबरेली की 2 सीटों पर गठबंधन उम्मीदवार नहीं उतारेगा.