Muzaffarnagar Crime: टाइम बनाकर यूपी के कई हिस्से को दहलाने की साजिश रच रहे शातिर जावेद और उसकी महिला साथी इमराना को यूपीएसटीएफ (UPSTF) की टीम ने गिरफ्तार किया है. उसके पास से बोतल टाइम बम भी बरामद किया गया है.फिलहाल एसटीएफ इमराना से इस सम्बंध में पूछताछ कर रही है.
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UP Crime News: मुजफ्फरनगर में टाइमर बम बनवाने वाली मास्टरमाइंड महिला इमराना गिरफ्तार कर ली गई है. इमराना से मुजफ्फरनगर पुलिस, एसटीएफ और खुफिया एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. इमराना ने मुजफ्फरनगर दंगे और सीएए के विरोध में हुए बवाल में उपद्रवियों को 100 से ज्यादा बम बांटे थे. शनिवार को यूपीएसटीएफ (UPSTF) की टीम ने टाइम बम के साथ जावेद नाम के शख्स को भी गिरफ्तार किया है. उसका संबंध नेपाल से है.फिलहाल एसटीएफ दोनों से पूछताछ कर रही है.
इमराना ने बनवाए थे टाइमर बम
पुलिस सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले सीएए लागू करने की संभावना के चलते इमराना ने टाइमर बम बनवाए थे. एसटीएफ ने दो दिन पहले जावेद को गिरफ्तार कर चार टाइमर बम बरामद किए थे. जावेद ने पुलिस पूछताछ में इमराना का नाम बताया था.
कभी भट्ठे पर मजदूरी करती थी इमराना
करीब 15 साल पहले तक इमराना भट्ठे पर मजदूरी करती थी. इमराना का मायका कैराना में है. आज उसके कई प्लाट और मकान हैं. बेटे के साथ महंगी कार में दो बार ससुराल बंतीखेड़ा में आती है. पुलिस और एसटीएफ इमराना की संपत्ति की जानकारी जुटा रही है ताकि पता चल सके कि उसके पास इतना पैसा कहां से आया.
जावेद गिरफ्तार, उगले कई राज
यूपीएसटीएफ की टीम ने चार टाइम बम के साथ जिस जावेद नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है. उसका संबंध नेपाल से है. आपको ये भी बता दें कि यूपी एसटीएफ की टीम ने शातिर जावेद को यूपी के मुजफ्फरनगर जिले से गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने कई खुलासे हुए हैं. इसके साथ ही ये भी पता चला है कि एक महिला के कहने पर जावेद ने बोतल टाइम बम बनाए थे. पुलिस और एसटीएफ की पूछताछ में जावेद ने बताया है कि, इमराना से उसको बोतल बम बनाने के लिए 50 हजार में डील तय हुई थी. उसने 10 हजार रुपये पहले दिये थे और बाकी 40 हजार रुपये बम बनने के बाद देने के लिए कहे थे. खबरों के मुताबिक अभी जावेद ने पूछताछ के दौरान ये नहीं बताया कि इस टाइम बन का इस्तेमाल कहां होना था. उसने बताया है कि, इसके बारे में इमराना ही जानती है.
इमराना का कनेक्शन आया सामने
एएसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इमराना ने 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगे और 2020 में सीएए के विरोध में हुए बवाल में अपने लोगों को सौ से अधिक बम दिए थे.