संभल में जहां हुआ बवाल, वहीं बनेगी पुलिस चौकी, योगी सरकार का बड़ा कदम
Sambhal Hindi News: संभल हिंसा को लेकर योगी सरकार लगातार तगडे़ एक्शन ले रही है. आपको बता दे कि जहां पर हिंसा हुई थी. अब वहां पर पुलिस चौकी बनेंगी. वहीं छठे दिन भी बावड़ी की खोदाई जारी रही. इस दौरान पुरातत्व विभाग और एएसआई की संयुक्त टीम ने भद्रेश्वर तीर्थ और प्राचीन कुओं की जांच कर नमूने एकत्र किया.
Sambhal Latest News/सुनील सिंह: संभल हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार तगड़ा एक्शन ले रही है. अब उसने संभल जामा मस्जिद परिसर में पुलिस चौकी बनाने का फैसला लिया है. उसी इलाके में पिछले महीने सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी, जिसमें चार लोग मारे गए थे. योगी सरकार के इस कदम का मकसद वहां शांति सुरक्षा कायम करना और लोगों के अंदर से खौफ खत्म करना है.
जामा मस्जिद परिसर में स्थायी पुलिस चौकी के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है. जमीन की नाप-तौल कर चिन्हित स्थान पर चूना डालकर निर्माण की तैयारी की जा रही है. पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि मस्जिद के गेट के ठीक सामने खाली जमीन पर चौकी का निर्माण किया जाएगा. इसका उद्देश्य इलाके की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाना है.
वहीं चंदौसी क्षेत्र में ऐतिहासिक बावड़ी की खोदाई छठे दिन भी जारी रही. स्थानीय निवासियों के आग्रह पर सरथल पुलिस चौकी के पास स्थित मृत्यु कूप (मृत्युंजय कूप) की खोदाई भी कराई गई. खग्गू सराय में 46 वर्षों से बंद एक मंदिर मिलने के बाद डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने जिले की सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित और पुनर्जीवित करने की योजना बनाई है.
भद्रेश्वर तीर्थ और प्राचीन कूपों का सर्वेक्षण
राज्य पुरातत्व निदेशालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की संयुक्त टीम ने भद्रेश्वर तीर्थ और दो प्राचीन कूपों का निरीक्षण कर उनके नमूने एकत्र किए. ऐतिहासिक ग्रंथों के अनुसार, संभल में 68 तीर्थ और 19 कूपों का उल्लेख मिलता है, जिनमें से कई अब विलुप्त हो चुके हैं. कुछ कूप और तीर्थ एएसआई के संरक्षण में हैं.
डीएम ने जिले के सभी ऐतिहासिक स्थलों को पुनर्जीवित करने और संरक्षित करने का निर्देश दिया है. पृथ्वीराज चौहान से जुड़े स्थलों जैसे उनकी बावड़ी और चोर कुएं की सफाई और खोदाई भी जल्द शुरू होगी.
संयुक्त टीम का काम जारी
19 दिसंबर से एएसआई और निदेशालय की टीमों ने ऐतिहासिक स्थलों का निरीक्षण किया. 25 दिसंबर से चार सदस्यीय संयुक्त टीम सक्रिय है. टीम ने हौज भदेसराय तालाब की प्राचीन दीवार का अध्ययन किया और नमूने लिए. इसके बाद टीम ने आलम सराय के चतुर्मुख कूप और हल्लू सराय के अशोक कूप का भी जायजा लिया.
मृत्यु कूप का पुनरुद्धार
नगर पालिका परिषद ने मिट्टी से दबे मृत्यु कूप की खोदाई कराई. अधिशासी अधिकारी डॉ. मणिभूषण तिवारी ने बताया कि पुराने कुओं को पुनर्जीवित कर उपयोगी बनाने की योजना तैयार की जा रही है. मृत्यु कूप धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, जहां स्नान करने और भगवान शिव की पूजा से सभी इच्छाएं पूरी होने का विश्वास है.
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
फिरोजपुर स्थित किले के आसपास अतिक्रमण करने वालों ने प्रशासन की चेतावनी के बाद स्वयं ही अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया है.
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