UP Nagar Nikay Chunav 2022 :  नगर निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है. अधिकारी इसे अंतिम रूप देने में जुटे हैं. हालांकि इससे पहले सीटों के आरक्षण को लेकर भी मंथन शुरू हो गया है. महापौर, पार्षद और नगर पंचायत अध्यक्ष के सीटों का आरक्षण चक्रानुक्रम के आधार पर होना है, इसलिए माना जा रहा है लखनऊ, गाजियाबाद और कानपुर नगर निगम में महापौर की सीट सामान्य यानी अनारक्षित हो सकती है. 


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पिछले चुनाव के आरक्षण में बदलाव संभव 
जानकारों का कहना है कि एक या दो सप्ताह में नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है. हालांकि इस बार नगर निगम में महापौर यानी मेयर की सीट को लेकर मंथन चल रहा है. जानकारों का कहना है कि चक्रानुक्रम आधार पर सीटों का आरक्षण किया जाना है. ऐसे में पिछले चुनाव में हुए आरक्षण में बदलाव हो सकते हैं.


2017 में तीनों सीटें थीं आरक्षित 
ऐसे में सबसे पहले कोई भी सीट पहले महिला एससी के लिए आरक्षित होती है. इसके बाद चरणवार एससी, ओबीसी महिला, ओबीसी, महिला और इसके बाद अनारक्षित वर्ग में सीटें रखी जाती हैं. वर्ष 2017 के चुनाव में लखनऊ, कानपुर व गाजियाबाद की सीटें महिला के लिए आरक्षित थीं. माना जा रहा तीनों नगर निगमों की सीटें इस बार अनारक्षित श्रेणी में जा सकती हैं.


उच्च अधिकारी जल्द दिखा सकते हैं हरी झंडी
जानकारों का कहना है कि नगर विकास विभाग ने सीटों के आरक्षण का प्रारूप तैयार कर लिया है. सबसे पहले वार्डों का आरक्षण की अधिसूचना जारी होगी, इसके बाद सीटों के आरक्षण की जारी होगी. जल्द ही इसे उच्च अधिकारियों के सामने पेश किया जाएगा. उनसे मुहर लगते ही इसे जारी कर दिया जाएगा. 


UP Nagar Nikay chunav 2022: क्या है निकाय चुनाव के मायने, क्या है नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत में अंतर?