Namo Bharat (RapidX): रैपिडेक्स यानी नमो भारत के संचालन के साथ ही सुरक्षा से जुड़ी व्यवस्था भी की जा रही है. उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) की ओर से ट्रेन, यात्रियों व ट्रेन परिसंपत्तियों की सुरक्षा को लेकर कमान संभाल ली गई.
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Namo Bharat (RapidX): रैपिडेक्स यानी नमो भारत ट्रेन के संचालन के साथ ही इसकी अभेद्य सुरक्षा घेरा को लेकर उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) पूरी तरह से एक्टिव है. यूपीएसएसएफ ने ट्रेन, यात्रियों के साथ ही ट्रेन परिसंपत्तियों की सुरक्षा को अपने हाथों में लिया है. इसके बाद ट्रैक से लेकर ट्रेन तक की सेफ्टी अभेद्य रहने वाला है. स्टेशन में एंट्री लेकर ट्रेन में सफर करने तक किसी भी तरह की गैर कानूनी गतिविधियों के बारे में यूपीएसएसएफ को अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली के माध्यम से तुरंत जानकारी मिल जाएगी. मेरठ में 44वीं वाहिनी पीएसी मुख्यालय में यूपी विशेष सुरक्षा बल का हेड क्वार्टर स्थापित किया गया है. देश की पहली रैपिड ट्रेन के स्टेशनों के साथ ही ट्रेन की सेफ्टी यूपीएसएसएफ के 265 महिला व पुरुष जवानों को संभालने की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं आने वाले समय में यूपीएसएसएफ ही मेरठ में मेट्रो ट्रेन व एयरपोर्ट की सेफ्टी की जिम्मेदारी उठाएगा.
सक्षम सुरक्षा प्रणाली
जैसे-जैसे रैपिडेक्स को विस्तार दिया जाएगा वैसे वैसे यूपीएसएसएफ सुरक्षा व्यवस्था को संभालती रहेगी. सुरक्षा घेरे को अभेद्य बनाने के लिए भी पूरी तैयारी कर ली गई है. इसके लिए फोर्स की संख्या बढ़ा दी गई है. ट्रेन में यात्रियों की सेफ्टी के साथ ही सिस्टम की अलग अलग स्थापनाओं के लिए कोई भी गैरकानूनी एक्टिविटी के बारे में पता लगाने के लिए नवीनतम तकनीकों से लैस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सक्षम सुरक्षा प्रणाली को इस्तेमाल में लाया जाएगा.
ट्रेनों में 36 कैमरे
सभी पांच स्टेशन- साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो को सीसीटीवी सर्विलांस में रखा जाएगा. दो स्तरीय निगरानी के तहत इसकी सुरक्षा को पुख्ता किया जाएगा. पहला को स्टेशन लेवल पर और दूसरा केंद्रीय सुरक्षा नियंत्रण के लेवल पर. कहीं भी किसी भी तरह की संदिग्ध व्यवहार या फिर बर्बरता या गलत हरकत का पता लगेगा वैसे ही सीसीटीवी में कैद पूरी घटना कैद हो जाएगी. इन ट्रेनों में 36 कैमरे लगाए गए हैं. रैपिडेक्स स्टेशनों में एंट्री के समय यात्रियों की सुरक्षा जांच मल्टी जोन डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) के जरिए करने की व्यवस्था है. सिर से लेकर पैर तक जांच के बाद ही यात्रियों ट्रेन में एंट्री करने दिया जाएगा. बैगेज स्कैनर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से स्टेशन प्रवेश द्वार को लैस किया गया है.
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