जून 9 को शाम 7 बजे गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस मामले के बारे में जानकारी हुई तो वह खुद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और डेड बॉली पैक किया.
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नोएडा: ग्रेटर नोएडा स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल की बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है. शारदा हॉस्पिटल एक बार फिर सवालों के घेरे में है. दरअसल, प्राइवेट हॉस्पिटल ने एक कोविड-19 सस्पेक्ट का सैंपल कलेक्ट करने के उपरांत उसे घर भेज दिया. यह घटना बीते 8 जून की है. कोरोना संदिग्ध की 9 जून को सुबह 6 बजे अपने घर पर ही मौत हो गई.
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मंगलवार दोपहर 3 बजे मरीज की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई. तब तक उसकी डेड बॉडी घर पर ही रखी रही. जून 9 को शाम 7 बजे गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस मामले के बारे में जानकारी हुई तो वह खुद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और डेड बॉली पैक किया. आपको बता दें कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की गाइडलाइन के मुताबिक सैंपल कलेक्ट करने के बाद रिपोर्ट आने तक किसी संदिग्ध को घर नहीं भेज सकते.
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प्राइवेट हॉस्पिटलों की लापरवाही का खामियाजा उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग को भुगतना पड़ रहा है. बीते दिनों ही एक गर्भवती महिला को भी इस हॉस्पिटल ने बेड नहीं है बोलकर गेट से ही वापस लौटाया था. उस महिला की बाद में मौत हो गई थी. मीडिया में खबरें चलीं तो मुख्यमंत्री योगी ने इस घटना का संज्ञान लिया और जिम्मेदार अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए थे.
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