इतना ही नहीं ग्रेटर नोएडा में ऑस्ट्रेलिया सिटी बसाने के लिए लिए कंपनी तैयार भी हो गई है. प्राधिकरण की तरफ से पूरी तैयारी भी कर ली गई है.
वहीं, अमेरिकी कंपनी की ओर से जितनी जमीन मांगी गई है. प्राधिकरण उतनी जमीन मुहैया कराने में जुट गया है. प्राधिकरण जमीन तलाशने में जुट गया है.
नोएडा प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि अमेरिकी कंपनियों ने दुनिया भर में ग्रोइंग इकोनॉमी वाले देशों का संरक्षण किया है.
इसमें वियतनाम और ताइवान सहित भारत के विभिन्न राज्यों का दौरा भी शामिल है. अध्ययन के आधार पर यूपी को निवेश के लिए चुना गया है.
ग्रेटर नोएडा में इन शहरों को बसाने के लिए प्राधिकरण पहले चरण में अमेरिकी कंपनियों ने 1200 एकड़ जमीन की मांग की है.
इसमें से 100 एकड़ का आवंटन पहले ही किया जा चुका है. इस क्षेत्र में विश्व स्तरीय शिक्षण संस्थान होंगे और ग्रुप हाउसिंग के लिए भी जमीन की मांग की गई है.
जानकारी के मुताबिक, 21 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया प्रतिनिधि मंडल भारत दौरे पर आ सकता है. इसके बाद आगे की प्रक्रिया में तेजी आएगी.
इस दौरान नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों को विशेष रूप में बुलाया गया है.
बताया गया कि जापानी सिटी के विकास का कार्य दिसंबर महीने में शुरू होने की संभावना है. अगले डेढ़ महीने में आवंटन प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.