श्री राम की नगरी अयोध्या में इस बार की दीवाली हर साल की अपेक्षा भव्य और खास होगी. इसके लिए दीपोत्सव की सारी तैयारियां भी पूरी हो गई हैं. प्रभु श्रीराम के स्वागत में अयोध्या को रोशनी से सराबोर कर दिया गया है. बता दें कि 11 नवंबर से दीपोत्सव की शुरुआत हो गई है.
13 नवंबर को होने वाले दीपोत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में भगवान श्री राम की आरती कर दीपोत्सव की शुरुआत करेंगे.
वहीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल राम कथा पार्क में भगवान श्री राम, सीता और लक्ष्मण जी की आरती करेंगी. साथ ही भरत मिलाप और राज्य अभिषेक के कार्यक्रम में भी शामिल होंगी.
अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह चौथा दीपोत्सव है. पिछले 3 वर्षो की अपेक्षा इस बार का दीपोत्सव बहुत ही कलरफुल और विराट रूप में मनाया जा रहा है.
दीपोत्सव की सुरक्षा में पैरामिलिट्री फोर्स, एटीएस कमांडो, पीएसी और खुफिया तंत्र की तैनाती की गई है.
इस दीपोत्सव को लोग वर्चुअल तरीके से सोशल मीडिया पर और टेलीविजन पर देख सकते हैं.
हाईवे व साकेत कॉलेज से राम की पैड़ी तक कुल 16 प्रवेश द्वार बनाए गए हैं. इनकी भव्य सजावट लोगों के आकर्षण का केंद्र है.राम की पैड़ी से रामकथा पार्क तक रामायण पर आधारित 20 तोरण द्वार बनाए गए हैं.
दीपोत्सव के दौरान झांकियां भी लगाई जाएंगी. जिसमें 11 झांकियों के माध्यम से भगवान राम के जन्म से लेकर लंका दहन तक के प्रसंग दिखाए जाएंगे.
इलेक्ट्रिक कलश, दीप, झालर, रंग-बिरंगी लाइट्स से पूरी रामजन्मभूमि को रोशन किया गया है.
सरयू पुल पर भी भव्य सजावट के लिए इलेक्ट्रिक झालरें लगाई गई हैं.
रामनगरी अयोध्या में 24 घाटों पर 6 लाख दीये प्रज्ज्वलित किए जायेंगे. जिसमें 29 हजार लीटर तेल का इस्तेमाल किया जाएगा.
अयोध्या में त्रेतायुग जैसी दिवाली मनाने की इस परंपरा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में शुरू किया था.
तब से हर साल यहां दीप प्रज्वलन का नया रिकॉर्ड बन रहा है. इस दीपोत्सव रामनगरी अयोध्या 5 लाख 51 हजार दीपों से रोशन होगी और एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएगी.