क्या आप जानते हैं दिवाली पर क्यों बनाई जाती है रंगोली? इन खूबसूरत डिजाइन के साथ जानें रोशनी के त्योहार पर रंगों के महत्व...
रंगोली बनाने में पीले रंग का प्रयोग करना चाहिए और काले रंग से बचाव करना चाहिए. मुख्य द्वार की रंगोली के दोनों ओर दीपक जलाना चाहिए. इससे धन के आगमन की संभावना प्रबल होती है.
जान लें यह नियम दिवाली के दिन मुख्य द्वार के अलावा मां लक्ष्मी की मूर्ति के समक्ष भी एक गोलाकार रंगोली जरूर बनाना चाहिए. इस रंगोली पर एक बड़ा सा घी का दीपक स्थापित करें.
दिवाली के दिन रंगोली बनाने का खास महत्व है. देवी देवताओं के स्वागत के लिए घर के मुख्य द्वार पर लोग इसे बनाते हैं. रंगोली में ज्यादातर स्वास्तिक, कमल का फूल, मोर या फिर लक्ष्मी जी के पदचिह्न बनाए जाते हैं. ये रंगोली समृद्धि और मंगलकामना का संकेत देती है. रंगोली घरों से नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करती है.
दिवाली में लोग न केवल अपने घरों को सजाने के लिए बल्कि सकारात्मकता, समृद्धि और खुशी का स्वागत करने के लिए भी रंगोली बनाते हैं.
धार्मिक ग्रंथों में दिवाली के दौरान रंगोली बनाने को चमकदार और विभिन्न रंगों से भरी कुछ आकृतियों के माध्यम से दिव्य ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करने की एक कला माना जाता है.
हिंदुओं के विभिन्न त्योहारों पर रंगोली बनाना काफी शुभ माना जाता है. इस दौरान महिलाएं लोक गीत गाते हुए साथ बैठकर रंगोली बनाती हैं.
दिवाली की सभी रस्मों में रंगोली बनाना सबसे महत्वपूर्ण माना गया है. लेकिन रंगोली बनाने का कारण शायद बहुत ही कम लोग जानते हों. इसके पीछे एक बहुत बड़ा कारण है. आइये जानते हैं क्या है महत्व...
दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है. लोग अपने घरों की सफाई कर उसे महलों सा सजाते हैं और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दहलीज पर रंगोलियां बनाते हैं.