Do You Know: उत्तर प्रदेश के बहराइच में लगातार हो रहे भेड़ियों के हमलों से हर कोई आतंकित महसूस कर रहा है. लेकिन क्या आप कुत्तों की इन जातियों के बारें में जानते हैं ? क्या आप बता सकते हैं कि भेड़िये, लोमड़ी और गीदड़ में क्या अंतर है ? ऐसा क्या है जो इन्हें कुत्तों से अलग बनाता है ? अगर नहीं जानते तो कोई बात नहीं आज हम आपको इसी विषय के बारे में बताने जा रहे हैं. देखें फोटो.
कुत्तों की उपजाति में से भेड़िया बड़ा ही क्रूर और खूंखार जानवर है. यह एक मांसाहारी और सामाजिक जानवर है. भेड़ियों को अलग उनका अपने समूह और परिवार के जान देने की प्रवृत्ति बनाती है. ये अपने परिवार के लिए जान लेने के साथ दे भी सकते हैं.
भेड़ियों की ताकत उनके जबड़े में होती है. इसके साथ इनका 99 फीसदी डीएनए कुत्तों से मैच खाता है. यह एक बेहद चालाक शिकारी होता है और ज्यादातर झुंड में रहते हुए शिकार करता है. इनके साथ ही भेड़िये की सुनने की शक्ति इसे सबसे अलग बनाती है. क्योंकि भेड़िया लगभग 15 किमी की दूरी से सब आसानी से सुन सकता है.
भेड़ियों को आमतौर पर रेगिस्तान और अधिक वर्षा होने वाली जगहें पसंद नहीं होती हैं. दुनिया में ज्यादातर भेड़िये एशिया, यूरोप, उत्तर अमेरिका और उत्तरी अफ्रीका में पाए जाते हैं.
जानवरों की दुनिया में लोमड़ी के बराबर चतुर और चालाक जानवर और कोई नहीं है. यह भी कुत्ते की ही प्रजाति की एक नस्ल है. ज्यादातर लोमड़ी अकेले रहने पसंद करती है.
गर्भकाल के समय लोमड़ी जमीन के अंदर खुदाई करने के बाद अपने लिए घर बनाती है. यह ऐसा अपने बच्चों को सुरक्षित जगह देने के लिए ऐसा करती है.
लोमड़ी अधिकतर जगंल, पहाड़ों पर होने वाले घास के मैदान और रेगिस्तान के साथ बर्फीली जगहों पर भी पाई जाती है. लोमड़ी आकार में छोटी होती है.
सियार या फिर गीदड़ अपने आप में एक डरपोक जानवर होता है. हालांकि यह एक सर्वाहारी जानवर है. इनकरे परिवार के बड़े सदस्य शिकार करते हैं. छोटे सदस्यों के लिए खाने को यह पेट में रखकर लेकर आते हैं. बाद में उनके सामने उल्टी कर उन्हें परोसते हैं.
सियार आमतौर पर मानवीय बस्तियों के आस पास ही रहते हैं. खाने में ज्यादातर ये गन्ने, चूहे, छोटे छोटे जीव और चिड़ियां को खाना पसंद करते हैं.
सियार मुख्यतः रात में शिकार पर निकलता है. कभी कभार ये दिन में भी दिखाई दे जाते हैं. वहीं मादा सियार जमीन में गढ्ढा करने के बाद अपने पिल्लों को जन्म देती है.