Ravan Dahan: दशहरा के अवसर पर फिर से आज बुराई पर अच्छाई की जीत हुई. आइए आज देखते हैं देखिये देहरादून से लेकर आजमगढ़ तक की यूपी और उत्तराखंड तक कैसे रावण के पुतलों का दहन हुआ.
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के ऐतिहासिक परेड ग्राउंड पर हुए रावण दहन के मुख्य आयोजन में सीएम पुष्कर सिंह धामी भी पहुंचे. यहां पर सोने की लंका का भी निर्माण किया गया था.
जनपद आजमगढ़ में दशहरा के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में रामलीला का आयोजन किया गया. पूरे जिले में आज शाम को 131 स्थानों पर रावण दहन किया गया.
जौनपुर में विजय दशमी का पावन पर्व जिले में धूमधाम से जगह जगह मनाया गया. जिले के शाहगंज के रामलीला मैदान में 85 फुट का रावण बनाय गया. पूरे आयोजन के दौरान युवा, युवतियां और बच्चे मेले का लुत्फ उठाते दिखाई दिए.
गोंडा जिले के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राम और रावण के बीच हुए घनघोर युद्ध के बाद भगवान राम द्वारा रावण का तो वही भगवान लक्ष्मण द्वारा मेघनाथ का वध करके 40 फ़ीट लंबे रावण के पुतले का दहन किया गया है.
विजयदशमी के पर्व पर उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में रावण-मेघनाद और कुंभकरण के पुतले मर्यादापुरूषोत्तम भगवान श्रीराम का एक बाण लगते ही धूं-धूं कर जल उठे. जैसे ही रावण-मेघनाद और कुंभकरण के पुतले जले, तभी पूरा पांडाल जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा.
बागपत जनपद में धूमधाम के साथ 14 स्थानों पर रावण दहन किया गया. कार्यक्रम के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने हम लोगों के बीच जो हजारों रावण घूम रहे हैं. उन्हें नेस्तो नाबूद करने का संदेश दिया.
मथुरा के कृष्णा नगर स्थित रामलीला मैदान में विजयादशमी के पावन अवसर पर प्रभु श्री राम द्वारा रावण वध का दृश्य प्रस्तुत किया गया. जैसे ही भगवान श्री राम ने अपने धनुष से तीर चलाया और वह रावण के हृदय में जाकर लगा. जिसके बाद रावण के धराशायी होते ही पूरा मैदान जय श्री राम के जयघोष से गूंज उठा.
बिजनौर जिले में भी रावण के पुतले का दहन हुआ. यहां के अफजलगढ़ मे रावण के 32 फुट ऊँचे पुतले को किया गया दहन. बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा धूमधाम से मनाया गया.