Day hours on earth: क्या हमारी पृथ्वी धीरे-धीरे घूम रही है? क्या 24 की जगह अब 25 घंटों का एक दिन होने वाला है, आइए इन सभी सवालों के जानते हैं.
दरअसल दावे हैं कि आने वाले समय में 24 घंटे की जगह पृथ्वी अपने अक्ष पर एक चक्कर 25 घंटे में पूरा करेगी. जिसका नतीजा इस तरह के होने वाले हैं कि पृथ्वी पर दिन बड़ा होगा और एक साल का समय भी कम हो जाएगा, फिलहाल यह समय 365 दिन का है.
लेकिन 25 घंटे वाली बात क्यों कही जा रही है और क्या वजह है कि पृथ्वी की गति धीमी हो रही है? सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर पृथ्वी पर जब एक दिन 25 घंटे का हुआ तो साल के दिन कैसे गिने जाएंगे.
लाइव साइंस की एक रिपोर्ट कहती है कि पृथ्वी के घूमने का समय एक सा नहीं है बल्कि लगातार इसमें वृद्धि हो रही है, वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी के घूमने की गति में तीव्रता में कमी आ रही है. जिससे दिन का समय बढ़ रहा है.
कई लाख साल पहले पृथ्वी के घूमने की गति तेज थी, तब एक दिन 19 घंटे का होता था यानी इतने घंटे में पृथ्वी अपने अक्ष पर एक चक्कर घूम जाती थी. वैसे ऐसे बदलाव में कई लाख साल लगते हैं. 19 घंटे वाली बात लाखों साल पहले की है.
दरअसल, पृथ्वी में एक दिन का समय बढ़ने की गति की तीव्रता काफी कम है. रिपोर्ट कहती है कि एक सेंचुरी यानी 100 साल में ये समय 1.8 मिलिसेकेंड के मुताबिक बढ़ रहा है.
इस तरह हजारों साल में एक सेकेंड का इजाफा और 3.3 मिलियन सालों में एक एक मिनट की वृद्धि हो रही है. एक घंटा की वृद्धि के लिए 200 मिलियन साल लगेंगे. तब जाकर एक दिन में 25 घंटे हो पाएंगें.
पृथ्वी की स्पीड के धीरे होने के जिम्मेदार चांद को माना जाता है. पृथ्वी और चांद के बीच टाइडल इंट्रैक्शन से इस तरह की घटनाएं होती हैं. इसमे टाइड से पैदा हो रहे घर्षण से गति पर असर होता है.
दरअसल, चांद का गुरुत्वाकर्षण अपने करीब वाले पृथ्वी के हिस्से को खिंचता है. जिससे एक टाइड बन जाती है जो चांद और पृथ्वी के घूमने की गति से नहीं मिल पाती और समुद्र तल पर घर्षण होने लगता है जिससे पृथ्वी के घूमने दिक्कतें पैदा होती है.
नोट- ये लेख अलग अलग जानकारियों पर आधारित है, इन्हें विभिन्न रिपोर्ट और इंटरनेट की जानकारियों से निकाला गया है, ZEEUPUK इसकी कतई पुष्टि नहीं करता है.