22 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है. इस बार सावन की शुरुआत सोमवार को ही हो रही है. सभी हिन्दुओं के लिए इस महीने का बहुत खास महत्व है. हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान भगवान शिव व्यक्ति की सभी मंगल कामनाओं को पूरा करते हैं.
सोमवार को सभी हिंदू भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उपवास रखते हैं. इसके लिए भी से लोगों ने तैयारियां भी करनी शुरू कर दी हैं. लेकिन गर्भवती महिलाओं के साथ यह समस्या देखने को मिलती है, कि वे सावन सोमवार को व्रत रखना तो चाहती हैं मगर कैसे रखेंगे.
गर्भवती महिलाओं को व्रत के दौरान काफी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. क्योंकि उनकी जरा सी लापरवाही का असर उनके साथ-साथ गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है.
गर्भवती महिलाओं को निर्जला या पूरी तरह से भूखे रहकर व्रत रखने की सलाह नहीं दी जाती है. उन्हें व्रत के दौरान फलाहार, दूध, साबूदाना से बने पकवान, फल, सूखे मेवे आदि का सेवन करते रहना चाहिए. लेकिन ज्यादा न खाएं, थोड़ा-थोड़ा खाएं.
व्रत के दौरान ज्यादातर महिलाएं चाय का सेवन करती हैं, लेकिन गर्भवती महिलाओं को ऐसा करने से बचना चाहिए. खाली पेट चाय पीने से गैस ज्यादा बनती है, जिससे गर्भवती महिलाओं की परेशानियां बढ़ सकती हैं.
गर्भवती महिलाओं को व्रत के दौरान शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए. तरल पदार्थों का सेवन जरूर करते रहें. नारियल पानी, फलों का रस या पानी आदि का सेवन लगातार करते रहेना चाहिए.
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के आराम करना बहुत जरूरी होता है. इसलिए बहुत ज्यादा भारी काम, मेहनत या भाग दौड़ करने से बचना चाहिए. व्रत के दौरान ज्यादा से ज्यादा शरीर को आराम देने की कोशिश करें.
अगर कोई गर्भवती महिला सावन सोमवार व्रत रखना चाहती है, तो इसके लिए उन्हें पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. वह आपको व्रत के दौरान जरूरी सावधानी बरतने के लिए बता सकते हैं. इसलिए डॉक्टर से इसके बारे में जरूर सलाह लें.
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