यूपी में एक्सप्रेस निर्माण के बाद हवाई सफर को आसान बनाने की योजना है. यूपी में 50 नए एयरपोर्ट बनाने का लक्ष्य रखा गया है. अभी वर्तमान में यूपी में 9 एयरपोर्ट संचालित हैं और 9 पर ही काम चल रहा है. बहुत कम लोग जानते हैं कि यूपी का सबसे पुराना एयरपोर्ट कौन सा है?.
प्रयागराज स्थित बमरौली एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के सबसे पुराने हवाई अड्डों में से एक है. प्रयागराज महाकुंभ से पहले इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की तैयारी चल रही है.
देश का पहला हवाई अड्डा 1928 में मुंबई में नागरिक विमानन हवाई अड्डे के रूप में स्थापित किया गया था. इसका नाम जुहू एयरोड्रोम था.
इससे पहले देश में यात्री विमान की उड़ान सेवा शुरू हो गई थी. 18 फरवरी 1911 को पहली बार हेनरी पिक्वेट ने 6500 डाक लेकर प्रयागराज (तब इलाहाबाद) भेजा गया.
यह विमान प्रयागराज (तब इलाहाबाद) की एक पोलो फील्ड से नैनी के लिए 6 मील की उड़ान भरा. इलाहाबाद एयरफील्ड का रोचक सफर रहा है.
प्रयागराज (तब इलाहाबाद) में एयरफील्ड का निर्माण 1924 में शुरू हुआ और 1931 में पूरा हुआ. यह देश के 4 सबसे पुराने हवाई अड्डों में से एक था.
प्रयागराज (तब इलाहाबाद) एयरपोर्ट से 1932 में पहली बार विदेशी उड़ान भी शुरू हुई और लंदन के लिए फ्लाइट पहुंची.
जुलाई 1933 में इंपीरियल एयरवेज ने कराची-जोधपुर-दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-कोलकाता रूट पर फ्लाइट सेवा शुरू की.
दुनिया में जब विमानों की पहली उड़ान प्रतियोगिता 1934 में शुरू हुई तो बगदाद, लंदन के साथ इलाहाबाद में भी एक स्टॉपेज अनिवार्य था.
साज 1940 से 2000 तक यहां से उड़ान सेवा बंद रही. फिर 2003 में एयर सहारा ने यहां से दिल्ली और कोलकाता के बीच हवाई सेवाएं शुरू कीं.
प्रयागराज में अगले साल महाकुंभ का आयोजन होना है. इससे पहले बमरौली एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की तैयारी चल रही है.
प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का निर्माण दिसंबर 2018 में हुआ था. इसके निर्माण में करीब 164 करोड़ रुपये का खर्च आया. इसमें प्रति घंटे अधिकतम 300 यात्रियों की क्षमता है.
बता दें कि वर्तमान समय में प्रयागराज से 12 शहरों के लिए विमान की सुविधा है. इनमें दिल्ली के लिए दो, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, बिलासपुर, रायपुर, भोपाल, इंदौर, लखनऊ, गोरखपुर, देहरादून, भुवनेश्वर के लिए एक-एक उड़ान है.
प्रयागराज महाकुंभ 2025 तक यहां से चेन्नई, अहमदाबाद, जयपुर, जम्मू, हैदराबाद, कोलकाता और गुवाहाटी से जोड़ने की तैयारी है. यहां 8400 फीट का रनवे हैं.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.