नए टर्मिनल के निर्माण से वाराणसी हवाई यात्रा को और अधिक सुगम और सुविधाजनक बनाया जाएगा. इससे क्षेत्र का विकास और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
नए टर्मिनल के लिए टेंडर जारी किया जा चुका है. टेंडर पाने वाली कंपनी पिछले एक माह से बाबतपुर में कैंप कर निर्माण की तैयारी शुरू कर रही है.
बताया गया कि नए टर्मिनल का निर्माण करीब 897 करोड़ रुपये होना है. इस रकम से तीन फ्लोर की बिल्डिंग बनाई जाएगी. ग्राउंड फ्लोर पर आगमन, प्रथम तल से यात्री प्रस्थान और दूसरे तल पर कार्यालय होगा.
नए टर्मिनल का निर्माण करीब 75,000 वर्गमीटर में होगा. इसमें आठ एयरोब्रिज, 72 चेक इन काउंटर्स, 14 सिक्योरिटी काउंटर होंगे. साथ ही अन्य अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं का निर्माण होगा.
बताया गया कि नए टर्मिनल का मुख्य भवन काशी विश्वनाथ धाम और बीएचयू के सिंह द्वार की तरह बनाया जाएगा. ताकि इसमें काशी की झलक दिखाई दे.
वहीं, चेक-इन काउंटर को गंगा में संचालित अलकनंदा क्रूज की तर्ज पर बनाया जाएगा. इसके अंदर काशी की संस्कृति से जुड़ी कलाकृतियां बनाई जाएंगी.
नए टर्मिनल के बनने से एक समय में 5000 यात्री का आवागमन हो सकेगा. फिलहाल, योगी सरकार एयरपोर्ट के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण कर रही है.
इतना ही नहीं भूमि अधिग्रहण के लिए यूपी की योगी सरकार ने करीब 550 करोड़ रुपये की पहली किस्त भी जारी कर दी है. ताकि जल्द अधिग्रहण हो सके.
भूमि अधिग्रहण में कुल 1050 करोड़ का खर्च आएगा. पहली किस्त जारी होने के बाद सरकार की ओर से अगले चरण की रकम जारी की जाएगी.
नए टर्मिनल बनने के बाद वाराणसी एयरपोर्ट पर बोइंग विमान आसानी से उतर सकेगा. मौसम खराब होने की स्थिति में विमान को डायवर्ट या निरस्त नहीं करना पड़ेगा.
बता दें कि वर्तमान वाराणसी एयरपोर्ट पर टर्मिनल की क्षमता 800 यात्रियों की ही है, जो 2010 में बनाया गया था. वाराणसी में लगातार श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है.