प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मेट्रो अपनी फुल स्पीड से दौड़ रही है. गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और कानपुर में भी मेट्रो का सफलतापूर्वक संचालन हो रहा है.
इतना ही नहीं आगरा और मेरठ में मेट्रो निर्माण का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. साथ ही प्रयागराज में भी मेट्रो चलाने पर विचार किया जा रहा है. इस पर काम भी शुरू हो गया है.
इसके अलावा वाराणसी और गोरखपुर में भी मेट्रो चलाने की तैयारी है. बरेली में भी मेट्रो चलाने के प्लान पर काम चल रहा है. इन शहरों में भी मेट्रो जल्द ही दौड़ती नजर आएगी.
जेवर पर बने रहे एशिया के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भी मेट्रो से जोड़ने की योजना है. नोएडा वेस्ट मेट्रो को जेवर एयरपोर्ट तक जोड़ा जाएगा.
आगरा में मेट्रो का अधिकांश काम पूरा हो गया है. जल्द ही यहां मेट्रो चलने लगेगी. आगरा मेट्रो में दो मेट्रो लाइनें होंगी. इसकी कुल लंबाई 29.65 KM है. पहले चरण में सिकंदरा से ताज ईस्ट तक 14 स्टेशन होंगे.
वहीं, दूसरे चरण में आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक ब्लू लाइन में 15 स्टेशन होंगे. योगी सरकार ने इसके लिए बजट भी जारी कर दिया है.
कानपुर में पहले चरण में मेट्रो का काम शुरू पूरा हो गया है. यहां पहले चरण में 23 स्टेशन हैं. वहीं, दूसरे चरण में 8 ही स्टेशन होंगे.
बता दें कि अभी तक पांच शहरों में मेट्रो है. इसमें लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा शामिल हैं. मेरठ से साहिबाबाद तक रैपिड रेल का भी संचालन हो रहा है.
संगमनगरी प्रयागराज में मेट्रो में घूमने का सपना जल्द पूरा हो सकता है. संगमनगरी में लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए अगले वित्तीय वर्ष में ट्रैक बनाने की प्रक्रिया शुरू होने के आसार हैं.
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