नए साल में कहां तक दौड़ेगी लखनऊ-कानपुर मेट्रो, बनारस-गोरखपुर से बरेली-प्रयागराज तक पकड़ेगी रफ्तार
साल 2024 बीत रहा है. नये साल के स्वागत में तैयारियां हो रही हैं. बीता हुआ साल कई मायनों में खास था. यूपी में योगी सरकार ने विकास की नई इबारत लिखी. उत्तर प्रदेश सर्वाधिक शहरों में मेट्रो संचालित करने वाला पहला राज्य बन गया है.
लखनऊ-नोएडा के बाद कानपुर में भी मेट्रो
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मेट्रो अपनी फुल स्पीड से दौड़ रही है. गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और कानपुर में भी मेट्रो का सफलतापूर्वक संचालन हो रहा है.
मेरठ और आगरा में निर्माण कार्य जारी
इतना ही नहीं आगरा और मेरठ में मेट्रो निर्माण का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. साथ ही प्रयागराज में भी मेट्रो चलाने पर विचार किया जा रहा है. इस पर काम भी शुरू हो गया है.
वाराणसी और गोरखपुर में भी मेट्रो
इसके अलावा वाराणसी और गोरखपुर में भी मेट्रो चलाने की तैयारी है. बरेली में भी मेट्रो चलाने के प्लान पर काम चल रहा है. इन शहरों में भी मेट्रो जल्द ही दौड़ती नजर आएगी.
जेवर एयरपोर्ट तक मेट्रो चलाने की योजना
जेवर पर बने रहे एशिया के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भी मेट्रो से जोड़ने की योजना है. नोएडा वेस्ट मेट्रो को जेवर एयरपोर्ट तक जोड़ा जाएगा.
आगरा मेट्रो का काम कहां तक पहुंचा?
आगरा में मेट्रो का अधिकांश काम पूरा हो गया है. जल्द ही यहां मेट्रो चलने लगेगी. आगरा मेट्रो में दो मेट्रो लाइनें होंगी. इसकी कुल लंबाई 29.65 KM है. पहले चरण में सिकंदरा से ताज ईस्ट तक 14 स्टेशन होंगे.
दूसरे चरण में 15 स्टेशन
वहीं, दूसरे चरण में आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक ब्लू लाइन में 15 स्टेशन होंगे. योगी सरकार ने इसके लिए बजट भी जारी कर दिया है.
कानपुर मेट्रो का काम कहां तक पहुंचा?
कानपुर में पहले चरण में मेट्रो का काम शुरू पूरा हो गया है. यहां पहले चरण में 23 स्टेशन हैं. वहीं, दूसरे चरण में 8 ही स्टेशन होंगे.
मेरठ से साहिबाबाद तक रैपिड रेल भी
बता दें कि अभी तक पांच शहरों में मेट्रो है. इसमें लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा शामिल हैं. मेरठ से साहिबाबाद तक रैपिड रेल का भी संचालन हो रहा है.
संगम नगरी में लाइट मेट्रो
संगमनगरी प्रयागराज में मेट्रो में घूमने का सपना जल्द पूरा हो सकता है. संगमनगरी में लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए अगले वित्तीय वर्ष में ट्रैक बनाने की प्रक्रिया शुरू होने के आसार हैं.
डिस्क्लेमर
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.