बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण के दौरान 4 रलेवे ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, 6 टोल प्लाजा, 7 रैंप प्लाजा, 268 छोटे पुल, 18 फ्लाई ओवर के साथ ही 214 अंडरपास बनाए जाएंगे. उत्तर प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के लिए 95.46 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण कर चुकी है.
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चित्रकूट: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रख दी. यह एक्सप्रेस-वे करीब 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से 2022 के आखिरी तक बनकर तैयार होगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की लंबाई 296 किलोमीटर है. यह एक्सप्रेस-वे 4 लेन का होगा जिसका 6 लेन तक विस्तार किया जा सकेगा.
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट के भरतकूप के पास से शुरू होकर बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होते हुए इटावा के कुदरैल गांव के पास यमुना एक्सप्रेस-वे से मिल जाएगा. इससे बुंदेलखंड से देश की राजधानी दिल्ली तक आने-जाने में समय और संसाधनों की काफी बचत होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चित्रकूट में रखी एक्सप्रेस-वे की आधारशिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चित्रकूट के भरतकूप में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखते हुए कहा, ''पहले एक्सप्रेसवे महानगरों में देखने को मिलते थे, अब छोटे शहरों के लोग भी आधुनिक एक्सप्रेसवे का लाभ उठा पाएंगे. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे हो, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे हो या फिर प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेस-वे, ये यूपी में कनेक्टिविटी तो बढ़ाएंगे ही, रोजगार के भी अनेक अवसर तैयार करने वाले हैं.''
''पहले बुंदेलखंड के लिए सिर्फ पैकेज घोषित होते थे अब मिलता है''
पीएम मोदी ने कहा, ''आपने दशकों में वो दिन भी देखे हैं जब बुंदेलखंड के नाम पर, किसानों के नाम पर हजारों करोड़ के पैकेज घोषित होते थे, लेकिन किसान की जेब तक कुछ नहीं पहुंचता था. अब उन दिनों को हम पीछे छोड़ चुके हैं. दिल्ली से निकलने वाली पाई-पाई उसके हकदार तक पहुंच रही है. बुंदेलखंड को विकास के एक्सप्रेसवे पर ले जाने वाला बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इस क्षेत्र के जन जीवन को बदलने वाला सिद्ध होगा. करीब 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला ये एक्सप्रेसवे यहां रोजगार के कई अवसर लाएगा.''
''जलजीवन मिशन से बुंदेलखंड क्षेत्र को मिलेगा सबसे ज्यादा लाभ''
पीएम मोदी ने इसके अलावा 'जलजीवन मिशन' की बात भी की. उन्होंने कहा, ''बुंदेलखंड सहित पूरे भारत को जिस एक और अभियान का व्यापक लाभ मिलने वाला है, वो है जल जीवन मिशन. अब देश का एक-एक जन भारत को जलयुक्त और सूखा मुक्त करने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है. इसमें भी प्राथमिकता आकांक्षी जिलों को दी जा रही है. आने वाले पांच वर्षों में देश के लगभग 15 करोड़ परिवारों तक शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने के संकल्प के लिए काम तेजी से शुरू हो चुका है.''
एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रियल कॉरिडोर
इस एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर उत्तर प्रदेश के लिए घोषित डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की स्थापना की जाएगी. इसके लिए जिन 6 नोड्स को चिन्हित किया गया है, उनमें दो नोड्स बुंदेलखंड के चित्रकूट और झांसी हैं. इस एक्सप्रेस-वे के जरिए बुंदेलखंड के लोग राजधानी दिल्ली तक का सफर सिर्फ 5 घंटे में तय कर सकेंगे. इसके साथ उत्तर प्रदेश के दूसरे हिस्सों से भी बुंदेलखंड की कनेक्टिविटी अच्छी हो जाएगी.
जानिए कैसा होगा 296 किलोमीटर लंबाई वाला बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण के दौरान 4 रलेवे ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, 6 टोल प्लाजा, 7 रैंप प्लाजा, 268 छोटे पुल, 18 फ्लाई ओवर के साथ ही 214 अंडरपास बनाए जाएंगे. उत्तर प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के लिए 95.46 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण कर चुकी है. इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य के दौरान लगभग 60 हजार लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है.