Kaushambi News/Ali Mukta: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से एक बड़ी हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. जहां कौशांबी जिले के अरमान हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में कथित डॉक्टर ने एसडीएम चायल से बदसलूकी करने के बाद उनसे मोबाइल लूट लिया. वारदात की सूचना मिलने पर सीओ चायल भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. एसडीएम की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए अस्पताल के कथित डॉक्टर समेत 6 लोगो को गिरफ्तार किया है.


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मामला पिपरी थाना क्षेत्र का है
घटना पिपरी थाना क्षेत्र के तिलहापुर मोड़ स्थित निजी अस्पताल अरमान हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर की है. जहां रात करीब 12 बजे उच्चाधिकारियों के निर्देश पर एसडीएम चायल योगेश कुमार गौड़ 2 कर्मियों के साथ तिल्हापुर स्थित अरमान अस्पताल एंड ट्रामा सेंटर पहुंचे. बताया जा रहा है कि बिना रजिस्ट्रेशन संचालित अरमान अस्पताल में मरीज की मौत मामले के बाद सीज कर दिया गया था. उन्हें अस्पताल सीज होने के बाद भी मरीज भर्ती कर इलाज किए जाने की सूचना मिली थी. एसडीएम चायल ने अस्पताल के अंदर मरीज का इलाज होते देख मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया.


एसडीएम के साथ की बदसलूकी
अस्पताल के कथित डॉक्टर निसार अहमद और उसके एक अन्य साथी आरोप है कि दोनों ने एसडीएम का मोबाइल छीन कर बदसलूकी करने के साथ धक्का मुक्की करना शुरू कर दिया. एसडीएम की सूचना पर CO चायल मनोज कुमार सिंह रघुवंशी भारी पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंचे. पुलिस ने वारदात के बाद अस्पताल से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा अस्पताल सीज मामले में 4 अन्य की भी गिरफ्तारी हुई है. एसडीएम की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.


19 जून को किया गया था सीज
सीओ चायल मनोज कुमार रघुवंशी ने बताया कि थाना क्षेत्र पिपरी जनपद कौशांबी में दिनांक 19 जून 2024 को तिल्हापुर मोड़ के पास एक अरमान हॉस्पिटल है. इसे सीएमओ की टीम द्वारा सीज किया गया था. इसके सम्बन्ध में कल एसडीएम को जानकारी मिली कि अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है. उसी की जांच के लिए एसडीएम अपने गार्ड और हमराहियों के साथ गए. एसडीएम वहां पर फोटो और वीडियो बना रहे थे. इसी दौरान अरमान हॉस्पिटल के तथाकथित डॉक्टर और एक उनके साथी ने एसडीएम महोदय और गार्ड के बदसलूकी करते हुए मोबाइल छीन लिया. इसके सम्बन्ध में आरोपियों के खिलाफ अपराध संख्या 120/24 आईपीसी की धारा 392, 332, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.


क्यों किया गया था अस्पताल सीज
19 जून को चायल कस्बे के गांधी नगर की रहने वाली सुनीता पथरी के दर्द से पीड़ित थी. पति शंकर लाल ने सुनीता को अरमान हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. देर रात सुनीता की मौत हो गई तो मामले ने फिर तूल पकड़ा. प्रशासन के आदेश पर डिप्टी सीएमओ डॉ. हिंद प्रकाश मणि दल-बल के साथ जांच करने पहुंचे. उन्हें अस्पताल में छह-सात मरीज ओपीडी में दिखाने के लिए बैठे मिले. तो वहीं कुछ मरीज भर्ती थे. जांच करने पर न तो अस्पताल के पंजीकरण से जुड़े दस्तावेज मिले और न ही एमबीबीएस डॉक्टर. वहां पर बस बीएएमएस डॉ. निसार अहमद ही मौजूद थे. इस पर अस्पताल को दोबारा सीज कर दिया गया था. आपको बता दे कि इससे पहले अप्रैल 2023 में ही इनका पंजीकरण समाप्त हो गया था. इसके कारण ही 31 जनवरी को अस्पताल सीज किया गया था. लेकिन सीज होने के बावजूद अस्पताल चल रहा था.


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