लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व राज्यसभा सदस्य व वरिष्ठ स्तंभकार राजनाथ नाथ सिंह 'सूर्य' का गुरुवार (13 जून) लखनऊ में निधन हो गया. 'सूर्य' का पार्थिव शरीर किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय, लखनऊ में रखा जाएगा. सूर्य ने मेडिकल कालेज को अपना देहदान किया था. वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे.


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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व राज्यसभा सांसद राजनाथ सिंह 'सूर्य' के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. दिवंगत के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह 'सूर्य' ने हमेशा जन सरोकारों को प्राथमिकता दी.


 



विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने 'सूर्य' के निधन पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि वह पुण्य आत्मा को चिर शांति व शोकाकुल परिवार को इस अपार दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करे.


अयोध्या जनपद के जनौरा मोहल्ले के निवासी राजनाथ सिंह 'सूर्य' अपनी लेखनी तथा प्रखर विचारों के लिए जाने जाते थे. सरल स्वभाव के राजनाथ सिंह का पत्रकारिता जगत में भी काफी नाम था. बड़े समाचार पत्रों में उनके संपादकीय लेख अक्सर चर्चा में रहते थे.


राजनाथ 82 वर्ष के थे. उनका देहावसान लखनऊ के पत्रकारपुरम कालोनी स्थित उनके आवास पर हुआ. वे शरीर में कंपन रोग से पीड़ित थे. उनके निधन की खबर मिलते ही सुबह से उनके आवास पर पत्रकार जगत के दिग्गजों के साथ ही राजनेताओं का आनाजाना लगा है. वहीं सुबह से ही श्रद्घांजलि देने वालों का तांता लग गया. राजनाथ सिंह 'सूर्य' के दो बेटे और एक बेटी है. 


राजनाथ सिंह 'सूर्य' राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े थे. उन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत हिन्दुस्थान समाचार न्यूज एजेंसी से की थी. इसके बाद वे कई मीडिया संस्थानों से जुड़े. दैनिक 'आज' समाचार पत्र में उन्होंने संपादक के रूप में अपनी सेवाएं दी. दैनिक स्वतंत्र भारत में भी वे बहुत दिनों तक संपादक रहे. उत्तरप्रदेश हिन्दी संस्थान ने राजनाथ सिंह सूर्य को पत्रकारिता भूषण सम्मान से नवाजा था. इसके अलावा उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं.