Sawan Second Somwar 2024: सावन के दूसरे सोमवार पर इस शुभ मुहूर्त में करें भोले का जलाभिषेक, इस विधि से करें महादेव की पूजा
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Sawan Second Somwar 2024: सावन के दूसरे सोमवार पर इस शुभ मुहूर्त में करें भोले का जलाभिषेक, इस विधि से करें महादेव की पूजा

Sawan Somwar 2024: सावन माह में पड़ने वाले सोमवार को व्रत करने के विधान है. धार्मिक मान्यता है कि सावन सोमवार व्रत करने से मनचाहा वर मिलता है. सावन सोमवार का व्रत भक्त बड़ी भक्ति के साथ करते हैं. सावन के दूसरे सोमवार को कई शुभ योग पड़ रहे हैं.

Sawan Somvar 2nd Day

Sawan ka dusra somwar date 2024: सावन माह  देवों के देव महादेव को बेहद प्रिय है. ऐसा कहते हैं कि जो भी इस माह सच्चे मन से शिव जी और माता पार्वती की पूजा-अर्चना और व्रत करता है, उसे सुख एवं समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है.  सावन का दूसरा सोमवार व्रत 29 जुलाई को पड़ रहा है. आइए जानते हैं सावन के दूसरे सोमवार को किस शुभ मुहूर्त में शिव की आराधना करें.

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दूसरा सावन सोमवार शुभ मुहूर्त (Sawan Somvar Shubh Muhurt)
ब्रह्म मुहूर्त
सुबह 04 बजकर 17 मिनट और सुबह 04 बजकर 59 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त
दोपहर 12 बजे, दोपहर 12 बजकर 55 मिनट
अमृत काल
सुबह 06 बजकर 17 मिनट और सुबह 07 बजकर 50 मिनट

सावन दूसरा सोमवार कालसर्प दोष पूजा समय (Sawan Dusra Somwar Kalsarp Dosh Puja Samay) 
पंचांग के मुताबिक सुबह 07:23 से सुबह 09:04 मिनट तक का समय शुभ होगा 

सावन सोमवार व्रत का महत्व (Importance of Sawan Somvar Vrat)
सनातन धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व है.  पंचांग के अनुसार सावन महीने की शुरुआत 22 जुलाई से हो गई है. इस दिन पूजा करने से न केवल चंद्रमा बल्कि भगवान शिव को भी विशेष कृपा भक्तों पर होती है. 
 इस माह में पड़ने वाले सोमवार को व्रत करने के विधान है. धार्मिक मान्यता है कि सावन सोमवार व्रत करने से जातक को मनचाहे वर की मिलता है और सुहागिनों को अंखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

सावन सोमवार पूजा विधि (Sawan Somwar Vrat Puja Vidhi)
सावन सोमवार के दिन सुबह उठें स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें. भगवान शिव और मां पार्वती का ध्यान करें. फिर  इसके बाद मंदिर की सफाई कर गंगाजल के छिड़काव से करें. भगवान शिव का गुड़,  गंगाजल,दही, दूध, घी और शक्कर समेत आदि चीजों से रुद्राभिषेक करें. शिवजी को उनके प्रिय बेलपत्र, चंदन, अक्षत, फल इत्यादि अर्पित क. दीप जलाएं और आरती करें. इसके साथ ही सोमवार के दिन समेत हर दिन शिव चालीसा का पाठ करें. फिर महादेव को सफेद मिठाई, हलवा, दही, पंचामृत, भांग का भोग लगाएं और लोगों में प्रसाद का वितरण करें.

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