Cow dung importance: गाय के गोबर को लेकर ऐसी मान्यता है कि इसमें माता लक्ष्मी वास करती है. गाय के मुख भाग को अशुद्ध और पीछे वाले भाग को शुद्ध माना गया है.
जानिए गोबर के कंडे का धार्मिक महत्व
गाय के दूध से लेकर गोमूत्र और गोबर सभी को पवित्र माना गया है. धार्मिक अनुष्ठानों में इसे उपयोग में लाया जाता है. वहीं गाय के गोबर के कंडे को भी धार्मिक कार्यों में महत्वपूर्ण माना गया है.
गोबर के कंडे जलाने से जो धुंआ निकलता है उसे घर के कोने-कोने में दिखाने से किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है.
पूजा-पाठ या हवन के दौरान अगर गोबर के कंडे जलाए जाएं तो घर पवित्र होता है और पूजा का फल प्राप्त होता है. घर में सुख-शांति आती है.
पूजाघर में गोबर के कंडे का धुंआ करने से घर का वास्तु दोष दूर होता है और मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है.
कपूर और घी डालकर गोबर के कंडे को जलाने से पूरा घर पवित्र हो जाता है. हर दिन घर की पूजा में घी या कपूर से गोबर के कंडे जलाएं तो नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
नवरात्रि के पूरे 9 दिनों अगर गोबर के कंडे का धुआं करें तो माता रानी अति प्रसन्न होती हैं.
गोबर के कंडे जलाकर उसमें पीली सरसों डालें और इसका धुआं पूरे घर में दिखाएं तो घर में कभी भी धन संबंधी परेशानी नहीं आएगी.
गोबर के कंडे के धुएं को अगर तिजोरी या फिर धन रखे जाने वाली जगह पर रखें तो धन के आवक में इजाफा होता है.
गोबर के कंडे जलाकर उसमें अगर कपूर, बताशे, लौंग डालें तो रुके और बिगड़े कार्य पूरे होते हैं.