मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में खुद को बताया प्लेयर, कहा- जज साहब TV लगवा दीजिए, जिंदगी भर रहूंगा ऋणी
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मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में खुद को बताया प्लेयर, कहा- जज साहब TV लगवा दीजिए, जिंदगी भर रहूंगा ऋणी

. सीजेएम कोर्ट ने अब इस केस की अगली तारीख 19 जुलाई तय की है. 

मुख्तार अंसारी (फाइल फोटो).

बाराबंकी: बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की सोमवार को बाराबंकी सीजेएम कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए तीसरी पेशी हुई.  कोर्ट में पेशी शुरू होते ही मुख्तार अंसारी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राकेश से फरियाद करते कहा कि साहब मेरे बैरक में टीवी लगवाने का आदेश जारी कर दीजिए. मुख्तार अंसारी ने कहा कि मैं खिलाड़ी रह चुका हूं और इस समय वर्ल्ड कप भी चल रहा है. अगर मेरी बैरक में टीवी लग जाएगी तो मैं हमेशा आपका ऋणी रहूंगा.

मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने पेशी की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्तार की इस गुजारिश पर जज ने कहा कि बांदा जेल से रिपोर्ट आ गई है. आज ऑर्डर करूंगा. वहीं जब मुख्तार अंसारी को बताया गया कि एम्बुलेंस मामले में चार्ज शीट आ गई है, तो उसने कहा अल्लाह का शुक्र है कि पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया. सीजेएम कोर्ट ने अब इस केस की अगली तारीख 19 जुलाई तय की है. 

वहीं एंबुलेंस मामले को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में कहा कि मैं तो 16 साल से जेल में बंद हूं. मुझे कैसे इस मुकदमे में आरोपी बना दिया गया. उसने कहा कि मेरे खिलाफ कोई भी आरोप नहीं बनता. मुख्तार ने कहा कि यह सिर्फ राजनैतिक विद्वेष की वजह से चार्जशीट दाखिल की गई है.

इस एम्बुलेंस कांड में सबसे पहले गिरफ्तार हो चुके राजनाथ यादव की जमानत अर्जी भी डाली गई थी, जिसमें कहा गया कि 90 दिन बीत गए हैं, लेकिन समय से पुलिस चार्ज शीट दाखिल नहीं कर पाई है इसलिए जमानत दी जाए. हालांकि उसके बाद पुलिस ने कोर्ट में तुरंत आरोप पत्र दाखिल कर दिया. इसके अलावा इस केस में वांछित सुरेंद्र शर्मा की अग्रिम जमानत अर्जी को आज कोर्ट ने खारिज कर दिया. 

दरअसल मुख्तार शुरू से ही सुनवाई के दौरान जज से बांदा जेल में टीवी लगवाने की मांग कर रहा है. मुख्तार का आरोप है कि उसके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में कहा कि पूरे यूपी में जेलों के बैरकों में टेलीविजन सुविधा दी जाती है, लेकिन मेरी बैरक से ये सुविधा छीन ली गई है. बांदा जेल वाले टीवी न देने पर यह कह सकते हैं कि हमारे पास बजट नहीं है. ऐसा सिर्फ राजनीतिक विद्वेष की वजह से किया जा रहा है.

 मुख्तार ने आरोप लगाया कि बांदा पुलिस अधीक्षक ने खुद टीवी को मेरे बैरक से हटवाया है. ऐसे में अगर आप मुझे टीवी की सुविधा उपलब्ध करवा देंगे तो हम जिंदगी भर आपके ऋणी रहेंगे. मुख्तार अंसारी की अपील पर सीजेएम राकेश ने कहा कि आज इस पर ऑर्डर करूंगा. 

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